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सपा संग फिर गठबंधन की अटकलें: चंद्रशेखर ने कहा 1 सीट भी नहीं लूंगा, बस ये कह दें अखिलेश

कहते हैं ना कि राजनीति, राजनीतिक दल और राजनीतिक नेता इनका कोई भरोसा नहीं। आज यहां कल वहां तो परसों किसी और जगह। खासकर भारतीय राजनीति में इस तरह की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है। अभी चार दिन भी ठीक से नहीं बीते हैं, जब चंद्रशेखर ने कहा था कि सपा से गठबंधन नहीं होगा, क्योंकि अखिलेश को दलितों की जरूरत नहीं है।

लेकिन अब ओम प्रकाश राजभर से एक टीवी चैलन पर और अंदरखाने जो बात हुई है, उससे फिर ऐसी संभावना जताई जा रही है कि 2022 के यूपी में विधानसभा चुनाव में सपा और भीम आर्मी का गठबंधन हो जाएगा। इस कयास का कारण चंद्रशेखर आजाद को वो ताजा बयान है जिसमें उन्होंने कहा है कि अखिलेश भैया सिर्फ ये बयान जारी कर दें तो मैं यूपी में बीजेपी को रोकने के लिए उनके साथ आ जाऊंगा। क्या है पूरा बयान जिससे फिर एक बार नए राजनीतिक समीकरण बनते दिख रहे हैं आपको आगे बताते हैं।

लाइव शो के दौरान चंद्रशेखर की पेशकश

यूपी की राजनीति में हलचल उस वक्त और तेज हो गई जब एक टीवी न्यूज चैनल के लाइव शो में चंद्रशेखर आजाद ने ओपी राजभर से अखिलेश यादव से गठबंधन को लेकर बात करने को कहा। दरअसल एक टीवी शो में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर जुड़े थे।

akhilesh yadav

शो के बीच में चंद्रशेखर ने ओमप्रकाश राजभर से कहा, ‘आज अखिलेश भैया प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये कह दें कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को रोकने के लिए मुझे अपने छोटे भाई की जरूरत है, मैं उसे कुछ नहीं दूंगा, वो आ जाए और इस गठबंधन को चुनाव लड़ाए… ये अगर वो कह दें तो चंद्रशेखर आजाद आज बहुजन समाज के हित के लिए अपने समाज के लोगों को समझाकर अपना सब कुछ त्यागकर आ जाएंगे’।

वहीं इसके जवाब में ओमप्रकाश राजभर ने लाइव शो में कहा, ‘चलिए हम आज बात करते हैं उनसे…समय लेकर के, थोड़ी व्यस्तता उनकी है…जो समय मिलता है तो उनसे बात करते हैं’। टीवी शो में दोनों पार्टी नेताओं की बातचीत के बाद से सियासी गलियारों में सपा और भीम आर्मी के एक साथ चुनाव लड़ने की बात की सुगबुगाहट तेज हो गई है।

जब कहा-‘अखिलेश को दलितों की जरूरत नहीं’

इससे पहले शनिवार को ही भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने खुद ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सपा के साथ अपने गठबंधन की अटकलों पर विराम लगा दिया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव को दलित विरोधी बताया और कहा हम समाजवादी के साथ गठबंधन में नहीं जा रहे हैं।

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