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गुजरात के सूरत में केमिकल लीक होने से हवा हुई जहरीली, मौतों और घायलों का आकंड़ा बढ़ता जा रहा

इस समय गुजरात से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहाँ के सूरत में केमिकल से भरे एक टैंकर के लीक हो जाने की वजह से 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी है. वहीं मामले में 25 से ज्यादा लोग गंभीर बताये जा रहे है. इन सभी का फिलहाल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. आपको बता दें कि, सूरत के सचिन जीआईडीसी विस्तार इलाके में केमिकल लीक होने के चलते यह हादसा हुआ है. सचिन जीआईडीसी एक औद्योगिक क्षेत्र है.

gujarat surat gas leak

इस मामले में बताया जा रहा है कि केमिकल के हवा में फैलने की बाद लोग बेहोश हो गए है. उस टैंकर से जहरीला केमिकल लीकेज हुआ है. ऐसे में सभी मजदूरों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है. कहा जा रहा है कि जो टैंकर लीक हुआ है उसमें जैरी केमिकल भरा हुआ था.

अस्पताल के डॉक्टर ने जानकारी देते हुए कहा कि गैस टैंकर लीक होने की वजह से ये सारे मरीज आ रहे हैं. मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. जिन मरीजों को जरूरत है उन्हें वेंटिलेटर पर भी रखा जा रहा है. उनके लिए स्पेशल 5डी में वॉर्ड बनाया गया है.

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अब बताया जा रहा है कि, सूरत के जीआईडीसी इलाके की एक फैक्ट्री में केमिकल से भरा यह टैंकर पहुंचा था. मगर उसमे से केमिकल निकालते समय इसका रिसाव हो गया है यह कैमिकल हवा के संपर्क में आया था. इसके बाद यह गैस फैलती गई और इसने बड़े हादसे का रूप ले लिया. अब इन सभी का इलाज सूरत के सिविल अस्पताल में किया जा रहा है. फिलहाल किस वजह से यह हादसा हुआ इसकी जांच की जा रही है.


उससे पहले अहमदाबाद में गैस रिसाव से गईं थी कई जाने
इसके पहले भी गुजरात में केमिकल प्लांट में गैस रिसाव का हादसा हुआ था. उस समय भी कई लोगों की जाने गई थी. 2020 में अहमदाबाद एक केमिकल प्लांट से गैस रिसाव हुआ था. इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई. जबकि 13 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से बीमार हुए थे. दरअसल ये सभी कर्मचारी एक केमिकल वेस्‍ट के एक टैंक को साफ करने के लिए उसके अंदर गए थे. वहां उसमें से निकलने वाली जहरीली गैस उनकी सांस में चली गई. इसी वजह से उनकी मौत हो गई.

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विशाखापट्टनम में गई थी 11 जाने
गैस रिसाव का एक मामला आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से 7 मई 2020 को भी आया था. इस केमिकल प्लांट में गैस लीक होने से 11 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें 5 हजार से ज्यादा लोग बीमार हो गए थे. बताया जाता है कि, आंखों में जलन और सीने में तकलीफ की शिकायत के बाद बहुस से लोग सड़कों पर बेहोश होकर निचे गिर गए थे. इस औद्योगिक त्रासदी ने पूरे देश को तहस-नहस कर दिया था.

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