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बारात में डीजे बजता देख भड़के काजी: निकाह पढ़ाने से किया इनकार, 25 हजार का जुर्माना भी लगा

दूल्हे को बारात में डीजे लेकर चलना उस समय भारी पड़ गया जब डीजे की वजह से उसकी शादी रुकने की नौबत आ गई। यूपी के झांसी में बारात दूल्हे को लेकर डीजे की म्यूजिक पर नाचते-गाते लड़की वालों के घर की तरफ बड़ी हसरत के साथ बढ़ रही थी। लेकिन जैसे ही लड़की वालों के घर के पास बारात पहुंची, वहां निकाह पढ़ाने के लिए आए काजी डीजे की आवाज सुनकर नाराज हो गए और शादी के लिए निकाह पढ़ाने से इनकार कर दिया। काजी का फैसला सुनकर दूल्हे और बारातियों के तो जैसे तोते उड़ गए।

बारातियों ने मिलकर काजी को मनाना शुरू किया लेकिन काजी साहब मानने को बिल्कुल भी तैयार नहीं हुए। थक हारकर बारातियों और घरातियों ने शहर के दूसरे काजियों से संपर्क किया लेकिन पूरा मामला जानकर उनमें से भी कोई निकाह पढ़ाने को तैयार नहीं हुआ।

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काजी ने निकाह पढ़ाने के लिए रखी शर्त  

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यह खबर सुनते ही इलाके के कई इमाम मौक पर पहुंच गए। सभी ने काजी के फैसले का समर्थन किया। काफी बातचीत के बाद सुलह का रास्ता निकाला गया। जिसके लिए बारातियों को काजी की शर्त माननी पड़ी।शर्त के मुताबिक, वर-वधू पक्ष के लोगों ने स्टेज पर जाकर सार्वजनिक तौर पर डीजे बजने के लिए माफी मांगी। आखिर चार-पांच घटे की मशक्कत के बाद देर रात डेढ़ बजे काजी ने निकाह पढ़ाया और शादी पूरी हो सकी।

मना करने के बावजूद डीजे लेकर आए थे बाराती

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झांसी के पुलिया नंबर 9 स्थित मदीना मस्जिद के काजी हाफिज अताउल्ला खान ने बताया कि यहां की लड़की का रिश्ता झांसी के ही गुरसराय में हुआ था। सात दिन पहले इमाम घर जाकर बताकर आए थे कि बारात में डीजे लेकर नहीं आना है। इस संबंध में फोन पर लड़के वालों से भी बात हो चुकी थी। इसके बावजूद बीती रात रात जब बारात आई तो लड़के वाले डीजे लेकर पहुंच गए।

काजी के मुताबिक शरीयत के खिलाफ है डीजे

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काजी हाफिज अताउल्ला खान के मुताबिक पूर्व में बैठक कर यह एलान कर दिया गया था जो शादी शरीयत के नियमों के खिलाफ होगी उस शादी में शहर का कोई भी काजी निकाह नहीं पढ़ाएगा। शादी वाले परिवार को एक सप्ताह पहले ही शरीयत के तरीके से शादी करने की हिदायत दी गई थी। लेकिन बरात में डीजे होने पर निकाह पढ़ाने से इंकार कर दिया गया। अल्लाह से तौबा करने के साथ ही सार्वजनिक रूप से माफी मांगने पर ही निकाह पढ़ाया गया है।

25 हजार का जुर्माना भी लगा

काजियों का मानना है कि इस्लाम में डीजे हराम है, ये फिजूल खर्ची है। ऐसे में लड़के पक्ष पर 25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया जाएगा। अगर किसी काजी ने बारात में डीजे बजने के बाद निकाह पढ़ाया तो उस पर भी 5100 रुपए का जुर्माना लगेगा।

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