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Atal Bihari Vajpayee की 97 जयंती आज, राष्ट्रपति संग पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 97 वी जयंती आज , उनकी जयंती पर देश कर रहा है याद

देश 25 दिसंबर को क्रिसमस के त्यौहार के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री, हिंदी कवि पत्रकार और प्रखर वक्ता अटल बिहारी वाजपेई का जन्मदिन मनाया जा रहा है। वाजपेई ने देश को अपने व्यवहार और समावेशी नीति के जरिए ऐसे लोकतंत्रिक मानदंड स्थापित किए जिनकी मिसाल आज भी दी जाती है। वह जनसंघ की स्थापना में से एक थे। वाजपेई के जन्मदिवस पर आज देश सुशासन दिवस मना रहा है। इस दिवस का उद्देश्य भारतवासियों को सरकार के लोगों के प्रति जिम्मेदारियों के लिए जागरूकता फैलाना है।

अटल बिहारी वाजपेई का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम कृष्ण बिहारी बाजपेई था। अटल बिहारी बाजपेई उत्तर प्रदेश के आगरा जिला के मूल निवासी थे। हालांकि उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा ग्वालियर के शिशु मंदिर और उसके बाद उज्जैन के बार नगर के मिडिल स्कूल में की थी। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने विक्टोरिया कॉलेज में नामांकन कराया, जहां उन्होंने हिंदी संस्कृत और अंग्रेजी से बीए की डिग्री हासिल की थी।

देश के प्रमुख नेताओं में से एक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापक सदस्य, वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त, 2018 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई मंत्रियों और नेताओं ने दिल्ली में “सदैव अटल” स्मृति स्थल पर आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया और स्मृति स्थल पर पुष्प चढ़ाकर नमन किया।

उपराष्ट्रपति नायडू ने वाजपेयी के कथन – भारत कोई जमीन का टुकड़ा भर नहीं है बल्कि एक जीती जागती वास्तविकता है का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, “देश के पूर्व प्रधानमंत्री तथा हमारे प्रिय नेता श्री अटल बिहारी वाजपेई जी की पुण्य तिथि पर उनकी स्मृति को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।” उन्होंने कहा, “अटल जी हमारी पीढ़ी के दूरदर्शी राजनेता, ओजस्वी वक्ता, विद्वान साहित्यकार, राष्ट्रवादी संवेदनशील कवि तथा प्रखर सांसद रहे।


अटल जी ने अपना सारा जीवन राष्ट्र की निःस्वार्थ सेवा में समर्पित कर दिया, आपने सुशासन के प्रामाणिक मानदंड स्थापित किए।” उन्होंने आगे कहा, “राष्ट्र निर्माण में आपका योगदान सदैव आदरपूर्वक याद किया जाएगा।”

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “हम उनके शानदार व्यक्तित्व को याद करते हैं, हम उनके प्यारे स्वभाव को याद करते हैं, हम उनकी बुद्धि और हास्य को याद करते हैं, हम राष्ट्रीय प्रगति में उनके योगदान को याद करते हैं। उन्होंने कहा, अटल जी हमारे और देशवासियों के दिल-दिमाग में रहते हैं। आज उनकी पुण्य तिथि पर सदैव अटल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।”

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