बॉलीवुड

14में शादी, 17में पिता, 500कुश्तियां, ऐसा था दारा सिंह का जीवन, एक्ट्रेस रोमांस करने से डरती थी

‘दारा सिंह’ (Dara Singh) पहलवानी और फिल्मी दुनिया में बहुत बड़ा नाम है। 19 नवंबर 1928 को अमृतसर में जन्मे दारा सिंह का असली नाम दारा सिंह रंधावा (Dara Singh Randhawa ) था। उन्हें बचपन से ही कुश्ती करने का बड़ा शौक था। उनकी खास बात ये थी कि उन्होंने पहलवानी और फिल्मी दोनों इंडस्ट्री में सफलता पाई। उनके पिता का नाम सूरत सिंह रंधावा जबकि मां का नाम बलवंत कौर था।

17 की उम्र में बन गए थे पिता

Dara Singh

दारा सिंह के पिता चाहते थे कि उनका बेटा पढ़ाई लिखाई करने की बजाय खेतों में काम करें। दरअसल दारा सिंह सभी भाइयों में सबसे बड़े थे। महज 14 वर्ष की उम्र में उनकी शादी हो गई थी, वहीं 17 की उम्र में वह एक बच्चे के पिता भी बन गए थे। उन्होंने पहली शादी 1942 में बचनो कौर से की थी। वहीं दूसरी शादी 1961 में सुरजीत कौर रंधवा से रचाई थी।

dara

लड़ी 500 से अधिक कुश्तियाँ

Dara Singh

दारा सिंह बचपन से ही एक अच्छी कद-काठी वाले शख्स थे। ऐसे में उन्होंने अपने गांव और आस-पास के इलाकों में कुश्ती करना शुरू कर दिया। लोकल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते-लेते वे इंटरनेशनल लेवल के पहलवान बन गए। उन्होंने अपने पहलवानी के करियर में 500 से अधिक कुश्तियाँ लड़ी। दिलचस्प बात ये रही कि वह एक भी मैच नहीं हारे। दुनिया के नामी पहलवान भी दारा सिंह के नाम से घबराते थे।

55 वर्ष तक की पहलवानी

Dara Singh

उनके पहलवानी करियर का सबसे अच्छा मोमेंट तब आया जब उन्होंने साल 1959 में पूर्व विश्व चैम्पियन जॉर्ज गारियान्का को हराकर कॉमनवेल्थ की विश्व चैम्पियनशिप हासिल कर ली। इसके बाद वह 1968 में फ्रीस्टाइल कुश्ती के विश्व चैम्पियन बने। उन्होंने 55 वर्ष की उम्र तक पहलवानी की। ये भी अपने आप में एक रिकॉर्ड रहा।

किंग कॉन्ग से हुआ मुकाबला रहा यादगार

Dara Singh

दारा सिंह ने वैसे तो कई नामी पहलवानों को धूल चटाई लेकिन ऑस्ट्रेलिया के किंग कॉन्ग संग हुए उनके मैच को आज तक याद किया जाता है। तब दारा सिंह 130 किलोग्राम के थे, जबकि किंग कॉन्ग 200 किलोग्राम का था। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने एक झटके में किंग को सिर से ऊपर उठा लिया और घुमा कर फेंक दिया। यह नजारा देख वहाँ मौजूद दर्शक दंग रहे गए थे।

बॉलीवुड करियर

Dara Singh

बॉलीवुड में दारा सिंह ने साल 1952 में फिल्म ‘संगदिल’ से डेब्यू किया। इसमें उनके साथ दिलीप कुमार और मधुबाला भी थे। फिर दारा सिंह को बतौर हीरो और कई फिल्में मिली। इस दौरान एक्ट्रेस मुमताज संग उन्होंने सबसे अधिक फिल्में (16 फिल्म) की। उन्होंने अपने फिल्मी करियर में कई हिट फिल्में दी और कई बड़े-बड़े सितारों संग काम किया।

‘वतन से दूर’, ‘रुस्तम-ए-बगदाद’, ‘शेर दिल’, ‘सिंकदर-ए-आजम’, ‘राका’, ‘मेरा नाम जोकर’, ‘धरम-करम’ और ‘मर्द’ उनकी कुछ खास फिल्मों में से एक है। वहीं ‘रामायण’ में ‘हनुमान’ का रोल कर उन्हें घर-घर से बहुत प्रेम मिला।

हीरोइनें काम करने से घबराती थी

Dara

कहते हैं कि जब दारा सिंह फिल्मों में बतौर हीरो काम करते थे, तो एक्ट्रेसेस उनके साथ काम करने से घबराती थी। दरअसल दारा सिंह का शरीर इतना भारी-भरकम था कि अभिनेत्रियों को उनके साथ काम या रोमांस करने में बड़ा डर लगता था। दारा सिंह 12 जुलाई 2012 को हमे छोड़कर चले गए थे। उनका बॉलीवुड में योगदान अहम रहा है। लोग आज भी उन्हें दिल से याद करते हैं और उनकी बर्थ एवं डेथ एनिवर्सरी पर मिस करते हैं।

Back to top button