बॉलीवुड

अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा के ‘दोस्ताना’ में यूं आई थी दरार, बॉयोग्राफी से हुआ खुलासा

बॉलीवुड फ़िल्म इंडस्ट्री में अक़्सर यह देखने को मिलता है कि कभी दो स्टार्स आपस में अच्छे दोस्त नहीं होते। जी हां भले ही वो पर्दे पर एक अच्छे दोस्त होने का रोल प्ले करें लेकिन असल जिंदगी में भी दोनों अच्छे मित्र हों। यह कह पाना बड़ा ही मुश्किल है।

बता दें कि ऐसी ही कुछ अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा की कहानी है। जिन्होंने पर्दे पर तो ‘दोस्ताना’ का इतिहास लिखा लेकिन निजी जिंदगी में दोनों का रिश्ता ‘खट्टा-मीठा’ ही रहा।

Biography Anything But Khamosh

गौरतलब हो कि आज के दौर में भले ही दोनों के रिश्ते वापस सही हो गए हैं लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब दोनों के बीच में काम को लेकर बड़ा मनमुटाव हो गया था और फिर धीरे-धीरे दोनों के बीच इतनी कड़वाहट आ गई थी तो दोनों सितारे एक-दूसरे की शक्ल भी देखना नहीं चाहते थे।

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जी हां इस बात का ख़ुलासा शत्रुघ्न सिन्हा की बायोग्राफी ‘एनीथिंग बट खामोश’ में हुआ है। जिसमें शॉटगन ने अपने जीवन के सभी पहुलओं के बारे में खुलकर बताया है।

अमिताभ ने लॉन्च की थी सिन्हा की बायोग्राफी…

amitabh bachchan and shatrughan sinha

वहीं अजीब संयोग यह देखिए कि बायोग्राफी ‘एनीथिंग बट खामोश’ साल 2016 में प्रकाशित हुई थी, जिसे प्रसिद्ध स्तंभकार, आलोचक और लेखक भारती एस प्रधान ने कलमबद्ध किया है और इस किताब की खास बात ये है कि इस किताब को बॉलीवुड के शहंशाह यानी अमिताभ बच्चन ने ही लॉन्च की थी।

shatrughan sinha

बता दें कि इस किताब में सिन्हा ने बताया है कि, “एक वक्त ऐसा आया था, जब मेरी सक्सेस और तारीफों का असर अमिताभ बच्चन पर पड़ने लगा था। हमारी जोड़ी बड़े पर्दे पर हिट थी और लोग हमें साथ में काफी पसंद भी करते थे लेकिन फिर मुझे पता चला कि अमिताभ अब मेरे साथ में काम करने में कतराने लग गए हैं।

ऐसे में मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा है, वो मुझसे कट क्यों रहा है? मुझे ये भी सुनने को मिला कि अमिताभ को लगता था कि ‘नसीब’, ‘काला पत्थर’, ‘शान’ और ‘दोस्ताना’ में, मैं उन पर भारी पड़ गया हूं।”

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शूटिंग के बाद दोनों में नहीं होती थी बात…

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इतना ही नहीं फिल्म ‘काला पत्थर’ का जिक्र करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया कि फिल्म ‘काला पत्थर’ की शूट के दौरान मैं और अमिताभ शूटिंग के बाद बात नहीं करते थे। अमिताभ और मैं अपनी अलग-अलग गाड़ियों में बैठकर घर चले जाते थे लेकिन अमिताभ ने कभी भी मुझे अपने साथ कार में बैठने को नहीं कहा। ये सब मुझे बहुत चुभता था।

सिन्हा ने कहा कि इसलिए ही मैंने बहुत सारी फिल्में, जो मैंने अमिताभ बच्चन के साथ साइन की थी, वो छोड़ दी थी। यहां तक कि कुछ फिल्मों के तो मैंने एडवांस भी लौटाए थे।

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इसके अलावा सिन्हा ने लिखा है कि अमिताभ एक बेहतरीन अभिनेता और शालीन इंसान हैं , हालांकि उन्होंने कहा कि हमारे अनबन की बातें गुजर चुकी है और आज हम एक बार फिर से निकट हो गए हैं।

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वहीं जब किताब ‘एनीथिंग बट खामोश’ लॉन्च हुई थी उस वक्त एक इंटरव्यू के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा से पूछा गया था कि क्या आप दोनों के तनाव का कारण अभिनेत्री रेखा या जीनत अमान को मानते हैं? ऐसे में मुस्कुराते हुए उन्होंने बिना किसी अभिनेत्री का नाम लिए कहा था कि,

“काला पत्थर की शूटिंग के दौरान बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री अमिताभ से मिलने तो आती थीं लेकिन अमिताभ ने कभी भी मुझसे उनसे मिलवाया नहीं।”इतना ही नहीं सिन्हा ने आगे कहा कि हालांकि ये बॉलीवुड है, जहां काफी देर तक कुछ भी पर्दे में नहीं रह सकता है और वो मोहतरमा, बाद में हमारी बहुत अच्छी मित्र बन गईं लेकिन वो हमेशा अमिताभ की ही साइड लेती थीं।

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