राजनीति

सेंट्रल विस्टा देखने गए पीएम मोदी पर ओवैसी ने उठाएं सवाल, कहा – पीएम मोदी को वहां अकेले ..

Modi And Ovaisi

अक़्सर सुर्खियों में बनें रहने वाले हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी एक बार फ़िर चर्चा में हैं। जी हां ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीती रात सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के निरीक्षण को संविधान के मूल ढांचे की भावना के खिलाफ बताया है। बता दें कि एआईएमआईएम के सांसद ने कहा है कि पीएम मोदी को वहां अकेले नहीं जाना चाहिए था। उन्होंने सवाल किया है कि अगर पीएम मोदी वहां पहुंचे तो उनके साथ लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला क्यों मौजूद नहीं थे।

अपने आरोपों के लिए ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का भी हवाला दिया है और कहा है कि पीएम मोदी कार्यपालिका का हिस्सा हैं; और संविधान में अधिकारों का साफ विभाजन किया हुआ है।

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गौरतलब हो कि रविवार को सुबह अमेरिका यात्रा से लौटने के बाद पीएम मोदी रात को अचानक संसद भवन के पास चल रहे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों का मुआयना करने पहुंच गए। वहीं पहले इसपर बहस शुरू हुई कि आखिर पीएम मोदी लंबी विमान यात्रा की थकान को कैसे खुद पर हावी नहीं होने देते। लेकिन, उसके बाद विपक्ष ने अपने-अपने तरीके से उनके वहां पहुंचने को लेकर हमला करना शुरू कर दिया। अब हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नई दलीलों के साथ पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोला है।

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‘लोकसभा अध्यक्ष पीएम के साथ क्यों नहीं’…

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बता दें कि ओवैसी ने कहा है कि, “सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक संसद संविधान का मूल ढांचा है। अधिकारों के विभाजन का सिद्धांत कहता है कि कार्यपालिका, न्यायपालिका या विधायिका की गतिविधियों में दखल नहीं देगा। पीएम मोदी कार्यपालिका का हिस्सा हैं।” इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि, “प्रधानमंत्री अकेले गए और संसद के निर्माण का मुआयना किया, मुझे लगता है कि यह गलत है। यह अधिकारों के विभाजन के सिद्धांत का उल्लंघन है। लोकसभा का अध्यक्ष सदन का संरक्षक होता है। वे पीएम मोदी के साथ क्यों नहीं थे? पीएम को अकेले नहीं जाना चाहिए था।”

विपक्ष के निशाने पर भी पीएम मोदी…

वहीं बता दें कि पीएम मोदी के इस तरह से नए संसद भवन के निर्माण का जायजा लेता देख सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंटा हुआ है। विपक्ष जहां लगातार उनकी तरह-तरह की दलीलों के साथ आलोचना में जुटा है तो एक वर्ग उनकी सराहना में जुटा हुआ है। मसलन, मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से उनके लिए ‘कैमराजीवी प्रचारमंत्री’ जैसे शब्द लिखे गए हैं तो पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने सवाल किया है कि, “किसानों के प्रदर्शन स्थल और कोविड से मरने वाले परिवारों का निरीक्षण कब करेंगे ?”

आख़िर में बता दें कि मोदी सरकार के मंत्रियों की ओर से उनके इस निरीक्षण की काफी तारीफ की जा रही है। मसलन, पीयूष गोयल ने ट्विटर पर एक वीडियो डालकर लिखा है कि, “अनथक, अविराम, राष्ट्र निर्माण में व्यस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अपने व्यस्त दौरे के तुरंत बाद नए संसद के निर्माण को देखने गये, व कर्मियों को प्रोत्साहित किया। उनकी ऊर्जा, उत्साह व उनसे मिला प्रोत्साहन हमें भी उनकी तरह कार्य करने को प्रेरित करता है।”

Narendra

सत्तापक्ष और विपक्ष के इस वार-प्रहार के बीच आम यूजर भी इस मसले पर अपना-अपना नजरिया जाहिर कर रहे हैं। गौरतलब हो कि पीएम मोदी रविवार को पहली बार नए संसद भवन का निर्माण कार्य देखने पहुंचे थे और न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाल से कहा है कि वह अचानक ही बिना किसी सूचना के वहां आए थे।

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