राजनीति

उपचुनाव में ममता से पार पाने के लिए बीजेपी की नई रणनीति, इस बार घर-घर जाकर हो रहा प्रचार.

पश्चिम बंगाल में चुनावी सरगर्मियां एक बार फ़िर तेज़ हो गई है। जी हां इस बार पश्चिम बंगाल उपचुनाव ( West Bengal By Election ) को लेकर यह सियासी हलचल दिखाई पड़ रही है। जहां हाईप्रोफाइल सीट भवानीपुर (Bhawanipur) में राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान रफ्तार पकड़ रहा है। बता दें कि यहां टीएमसी उम्मीदवार के रूप में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) चुनावी मैदान में है। लिहाजा बीजेपी (BJP) इस सीट पर हर हाल में जीत दर्ज करना चाहती है।

Bangal Election

ताकि विधानसभा में एक मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल की जा सकें और कहीं न कहीं यही वजह है कि इस सीट पर बीजेपी ने महिला उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल (Priyanka Tibrewal) को उतारा है। अब बीजेपी इस सीट पर अपने चुनावी प्रचार की रणनीति में बड़ा बदलाव कर रही है। बता दें कि बीजेपी भवानीपुर क्षेत्र में बड़ी चुनावी रैलियों की जगह घर-घर जाकर वोट बटोरने की कोशिश करेगी।

गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान मेगा रैलियां करने वाली बीजेपी द्वारा इस बार भवानीपुर उपचुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ नई रणनीति अपनाने की ख़ास वज़ह है। जिस वज़ह से विधानसभा चुनाव के दौरान मेगा रैलियां करने वाली बीजेपी ने इस बार रैलियों से अपना फोकस हटा लिया है। जी हां भवानीपुर में बीजेपी नेता अब घर-घर जा रहे हैं और मतदाताओं से बात कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने इस विषय पर मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि बंगाल में चुनाव बाद हिंसा से सबक लेते हुए बीजेपी ने अपनी रणनीति बदली है।

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बता दें कि दिलीष घोष ने कहा कि इस बार चुनाव प्रचार की हमारी रणनीति साइलेंट है। अगर हम मीडिया के साथ प्रचार करते थे तो बाद में टीएमसी के कार्यकर्ता वहां पहुंच जाते थे और लोगों को धमकाते थे। इसलिए इस बार हमलोग रणनीति के तहत काम कर रहे हैं और हमारे नेता-कार्यकर्ता घर घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं।


30 सितंबर को है मतदान…

वहीं दिलीष घोष ने कहा कि, “चुनाव के बाद हिन्दी बोलने वालों और गैर बंगालियों को निशाना बनाया गया। उन्हें धमकी दी गई, उनके घर और कार तोड़ दिए गए। वे डरे हुए हैं। अगर फिर से वहां जाते हैं तो उन्हें फिर से धमकाया जाएगा, इसलिए हमने नई रणनीति अपनाई है। हम रैलियां नहीं कर रहे हैं, हम लोगों से मिल रहे हैं।” बता दें कि भवानीपुर में 30 सितंबर को मतदान है। जबकि वोटों की गिनती 3 अक्टूबर को होगी।

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इसके अलावा पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि कॉरपोरेशन चुनाव से पहले टीएमसी दहशत का माहौल बना रही है, ताकि लोग इन चुनावों में अपना वोट नहीं डाल सकें। गौरतलब हो कि सीएम ममता बनर्जी द्वारा ये कहने पर कि देश को तालिबानी मानसिकता से बचाने की जरूरत है, तो दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल में चुनाव के बाद जो हुआ है तालिबानी मानसिकता वो है, भारत में कही भी विपक्ष को इस तरह प्रताड़ित नहीं किया जाता है।

यहां पुलिस चुप है। अभी जो बंगाल की स्थिति है और अफगानिस्तान की जो स्थिति है उसमें कोई अंतर नहीं है। आख़िर में जानकारी के लिए बता दें कि भवानीपुर सीट से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। जी हां विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट पर सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हार गईं थी और भवानीपुर सीट से बीजेपी की ओर से प्रियंका टिबरवाल इस बार ममता बनर्जी को टक्कर दे रही हैं।

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