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डोनेशन के पैसे में हेराफेरी से लेकर 20 करोड़ टैक्स चोरी तक, शिकन्जे में फंसे सोनू सूद उर्फ़ पशुपति

खुल रहा है 'मसीहा' का काला चिट्टा, डोनेशन के नाम पर पैसे लिए और सरकार को भी लगाया चुना

लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों की मदद कर चर्चा में आए सोनू सूद पर अब शिकंजा कसता जा रहा है उन पर बड़ी वित्तीय गड़बड़ी में शामिल होने का आरोप है जो करीब 250 करोड़ की है। Central board of Direct taxes (CBDT) की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में सोनू सूद, उनके एनजीओ और उनकी कंपनी के अलग-अलग वित्तीय लेनदेन की गड़बड़ियों में शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं।

जिसमें फर्जी बिल, फर्जी कॉन्ट्रैक्ट और बहुत सारा पैसा जो क्राउड फंडिंग के जरिए लिया गया था उसका दुरुपयोग बताया गया है। साथ ही कई दूसरी वित्तीय अनियमितताएं भी पाई गई हैं। प्रेस रिलीज़ में यह भी लिखा गया है कि फिलहाल इन्वेस्टिगेशन चल रही है और जांच के दौरान ही 1.8 करोड़ रुपए भी जब्त किए गए हैं। हैरानी की बात यह भी है कि उन्होंने बड़ी मात्रा में पैसा जमा किया लेकिन मदद की राशि 2 करोड़ रुपए से भी कम है।

सारी अनियमितताओं को अगर एक साथ देखा जाए तो यह राशि लगभग ढाई सौ करोड रुपए की है जिसमें चैरिटी में मिला फंड और बोगस कांट्रेक भी शामिल है। पहले केवल उनके घर होटल समेत छह ठिकानों पर छापेमारी की गई थी लेकिन अब दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, जयपुर समेत 28 जगहों पर छापेमारी कर छानबीन की जा रही है। कथित तौर पर शुरुआती जांच में सोनू सूद की ओर से फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट का उल्लंघन भी पाया गया है। इसमें बड़ी मात्रा में जो पैसा बाहर से मिला था उसे दूसरे कामों में इस्तेमाल किया गया है।


बड़ी मात्रा में कर चोरी

आरोप है कि सोनू सूद ने बड़ी मात्रा में टैक्स की चोरी भी की है। सूत्रों के मुताबिक यह चोरी सोनू सूद के निजी खाते से हुई है। उनके एनजीओ सूद चैरिटी फाउंडेशन के खातों की भी जांच की जा रही है। कहीं सारी फर्जी रिसिप्ट्स, बोगस बिल और फर्जी लोन के कागज भी आयकर विभाग की टीम को मिले हैं जिन्हें जब्त कर लिया गया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एक ही राशि को चैन बनाकर कईं खातों से ट्रांसफर कराया गया जिसने आखिर बेनिफिशियरी सोनू सुद ही है़। दावा किया गया है कि उन्होंने झूठे खर्चे दिखा कर भी पैसे का गबन किया है।


बड़ी राशि बड़े आरोप

सोनू पर जितने भी आरोप लगे हैं उनके गबन की राशि करोड़ों में है और आरोपों की ये फहरिस्त और लंबी हो सकती है। आयकर विभाग का दावा है कि उन्होंने फंडिंग के जरिए 20 करोड़ जमा किए। फर्जी कांटेक्ट के जरिए 65 करोड़ रुपए गबन किए गए और 175 करोड़ रुपए के सर्कुलर और संदेहास्पद ट्रांजेक्शन्स दिखाए गए हैं। उन्हें दान के रुप में 19 करोड़ रुपए मिले थे जिसमें से उन्होंने अब तक केवल 1.9 करोड़ रुपए ही खर्च किए हैं। हालांकि मिला उसके बाद से अब तक लगातार लोगों की मदद करते दिख रहे हैं।

 

लोग यकीन नहीं कर रहे

अपने दानदाता हीरो सोनू सूद के ऊपर लगे इन आरोपों के बाद उनके समर्थक इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं। सोशल मीडिया पर #wesupportsonusood कैंपेन भी चलाया जा रहा है। कई सारे लोग इसे सोनू सूद के खिलाफ बदले की कार्रवाई भी कह रहे हैं। लेकिन अगर उन्होंने टैक्स की चोरी की है तो जल्द ही पूरा सच सामने आ जाएगा क्योंकि आयकर विभाग की टीम अभी उनके अलग-अलग ठिकानों पर जांच कर रही है।

देखें किस तरह से डोनेशन एक नाम पर पैसे लिए गए लोगों से

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