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इस IPS ने सैलरी का एक पैसा भी इस्तेमाल नहीं किया फिर भी करोड़ों की प्रॉपर्टी और रसूखदार जिंदगी

अगर सरकारी अधिकारियों की बात करें तो सबसे पहले ज़हन में एक चीज जरूर आती है, वह है भ्रष्टाचार। अक्सर सिस्टम को कोसते हुए लोग कहते हैं कि ऊपर से लेकर नीचे तक सारे के सारे अधिकारी ही भ्रष्ट हैं। अधिकारियों की काली कमाई की बात करें तो बिहार के अधिकारियों का कोई सानी नहीं है। गुरुवार को छानबीन में भोजपुर से निलंबित किए गए एसपी राकेश दुबे के ठिकानों पर छापे में करोड़ों की अचल संपत्ति, मनी लॉन्ड्रिंग समेत कई बड़े खुलासे हुए हैं जिसमें उनकी गाढ़ी भ्रष्टाचारी कमाई का खुलासा हुआ है।

2 करोड़ 55 लाख की संपत्ति

गुरुवार को बालू उत्खनन मामले में नाम आने के बाद निलंबित किए गए एसपी राकेश दुबे के घर आर्थिक अपराध ईकाई (EOU) के अधिकारियों ने पटना स्थित उनके आवास पर छापा मारा। इस प्राथमिक छापेमारी में ही 2 करोड़ 55 लाख 49 हजार रुपए के काले धन का खुलासा हुआ है।

इसके अलावा दुबे ने अपनी पत्नी दोस्त बहन और दूसरे व्यापारिक सहयोगियों के जरिए काले धन को सफेद करने की कोशिश की है, उसने बिल्डरों से सांठगांठ के जरिए भी रुपयों का हेरफेर किया है। अलग-अलग राज्यों में आधा दर्जन से ज्यादा कंस्ट्रक्शन कंपनियों में अवैध तरीके से राशि निवेश की गई है। इसके अलावा होटल, रेस्तरां, मैरेज हाल व भू-खंडों में भी करोड़ों रुपये निवेश किए गए हैं।

करोड़ों रुपए तो ब्याज पर ही दिए

प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि राकेश दुबे ने करोड़ों रुपए तो केवल सूद पर ही दिए हुए हैं जिससे उसे मोटी कमाई होती है। फिलहाल यह राशि कितनी है यह तो पता नहीं है लेकिन इसके अलावा उसने अपनी मां और बहन के नाम पर भी कई संपत्ति दर्ज कर रखी है। अधिकारी अभी इसकी भी जांच कर रहे हैं। अगर यह संपत्तियां और ब्याज की रकम भी पकड़ में आती है तो भ्रष्टाचार की राशि इस से दोगुने से ज्यादा भी बढ़ सकती है।

सैलरी का तो इस्तेमाल ही नहीं किया

जांच में पता चला कि राकेश दुबे ने सरकारी खाते में आने वाली तनख्वाह का उपयोग तो न के बराबर किया है। इसके अलावा उसने कई शेयर्स और म्यूचल फंड में भी निवेश कर रखा है। अधिकारियों को ख्याति कंस्ट्रक्शन के नाम की एक कंपनी में 25 लाख रुपए ट्रांसफर होने के सबूत मिले हैं। इसके अलावा अपने व पत्नी के नाम पर कैनरा, रोबेको, आइसीआइसीआइ, एसबीआइ, एलएंडटी, निपन इंडिया व फ्रेंकलीन टेम्लेसन जैसी कंपनियों में म्युचअल फंड के माध्यम से 12 लाख रुपये के निवेश किया गया है।

दिल्ली से लेकर झारखंड निवेश

भ्रष्टाचारी राकेश दुबे के काले धन की बड़ी लंबी फेहरिस्त है, उसने कई राज्यों में निवेश किया है। उत्तर प्रदेश के नोएडा बिल्डकॉन, देवघर-रांची कामिनी इंफ्रास्ट्रक्चर, पाटलिपुत्र बिल्डर, ख्याति कंस्ट्रक्शन जैसी कुछ फर्म है जिम में उसने बड़ा निवेश किया है। फुलवारी शरीफ समेत कई जगहों पर उसने जमीनें खरीद रखी हैं।

बालू से कमाया काला धन

बताया जाता है कि उसने बालू के अवैध उत्खनन में काफी पैसा कमाया है इसी से उसने अपनी संपत्ति अर्जित की है। अधिकारियों और व्यापारियों से मिली भगत के चलते लंबे समय वो काला धन कमा रहे थे, भोजपुर एसपी रहते हुए उसे बालू खनन मामले में ही निलंबित किया गया था।

आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों ने उसके पटना के कृष्णापुरी थाना अंतर्गत आनंदपुरी के आवास और दानापुर थाना अंतर्गत जलालपुर अभियंता नगर में सुदामा पैलेस के फ्लैट नंबर 204, जीसीडीह देवघर स्थित सचिंद्र रेसिडेंसी और जसीडीह के ही सिमरिया गांव स्थित राकेश दुबे के पैतृक आवास में एक साथ अलग-अलग चार टीमों की मदद से छापेमारी की।

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