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AAP सांसद संजय सिंह के लिए बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने जारी किया गिरफ्तारी का वारंट

पंजाब लुधियाना की जिला अदालत ने शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया मानहानि मामले में आम आदमी पार्टी के नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए हैं। कहा जा रहा है कि, संजय सिंह लंबे समय से अदालत में पेश नहीं हो रहे थे जिसके चलते वारंट जारी हुए हैं। अब ऐसे में संजय सिंह को अदालत में खुद पेश होना पड़ेगा या फिर पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।

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बता दें, अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने सांसद संजय सिंह के खिलाफ साल 2016 में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में महेश इंद्र अग्रवाल, विधायक मनप्रीत सिंह अयाली और शरणजीत सिंह ढिल्लों गवाह के तौर पर है। खबरों की माने तो संजय 71 तारीखों में से सिर्फ चार बार पेश हुए हैं। इसके बाद कोर्ट ने सांसद के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 17 सितंबर को होनी है।

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विक्रम सिंह मजीठिया के वकील दमनदीप ने कहा कि, “शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया द्वारा दायर मानहानि मामले में लुधियाना की अदालत में आप संसद सिंह के खिलाफ वारंट जारी किया है। सोमवार को संजय कोर्ट में पेश नहीं हुए। कोर्ट ने पुलिस को 17 सितंबर से पहले गिरफ्तार करने और पेश करने का निर्देश दिया।” वहीं संजय सिंह का कहना है कि, “मैं न्यायालय का सम्मान करता हूं। आज मेरे स्वर्गीय बाबाजी की तेहरवी थी जिसके कारण लुधियाना कोर्ट की तारीख में नहीं जा सका। न्यायालय ने जो आदेश किया है उनके पालन में कोर्ट के समक्ष हाजिर होऊंगा।”

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क्या है पूरा मामला?
दरअसल, साल 2016 में संजय सिंह ने मोगा में हुई एक रैली में अकाली दल के नेताओं को नशा तस्कर बताया था। इसके अलावा भी उन पर कई आरोप लगाए गए थे। इसके बाद विक्रम सिंह मजीठिया ने अदालत में संजय सिंह के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया। खबरों की मानें तो साल 2016 में ही संजय सिंह पर आरोप तय कर दिए गए थे। बता दें, संजय सिंह धनबाद ने में नौकरी शुरू की थी लेकिन इसे वह कुछ दिन बाद ही छोड़कर घर आ गए। इसके बाद उन्होंने सोशल वर्कर का काम शुरू किया। उन्होंने फुटपाथ पर जिंदगी बिताने वाले लोगों के लिए आवाज उठाई। संजय सिंह की यह मेहनत रंग भी लाई और अन्ना आंदोलन के वक्त अरविंद केजरीवाल उनके साथ आए। इसके बाद संजय सिंह सीधे सड़क से सदन तक पहुंच गए।

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जानिए कौन है विक्रम सिंह मजीठिया?
बता दें, विक्रम सिंह मजीठिया पंजाब के नेता हैं और कैबिनेट मिनिस्टर भी हैं। उन्होंने साल 2007 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह मजीठिया सीट से लड़े और वह उस चुनाव को जीत भी गए थे। इसके बाद वह साल 2012 में फिर चुनाव लड़े और उन्हें दोबारा सफलता हासिल हुई। विक्रम सिंह शिरोमणी अकाली दल से हैं और यूथ आकाली दल की यूथ विंग के अध्यक्ष भी हैं।

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