समाचार

डॉक्टरों की गलती ने ले ली 3 साल के कबीर की जान, खेल-खेल में निगल गया था चुंबक

चुंबक निगलने के कारण सवा तीन साल के एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चे ने खेलते हुए गलती से चुंबक को खा लिया था। जिसके बाद बच्चे के परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर गए। लेकिन हॉक्टरों की लापरवाही से बच्चे की जान चले गई। बताया जा रहा है कि यह चुंबक पिछले 11 दिन से बच्चे के पेट में ही पड़ी थी। ये मामला मध्य प्रदेश के इंदौर का है।

madhya pradesh magnet stomach 3 year old child

खबर के अनुसार इंदौर के सिलिकॉन सिटी में ये बच्चा रहता था। यहां रहने वाले सुनील तिवारी के सवा तीन साल के बेटे कबीर ने 29 जुलाई को खेल-खेल में गलती से चुंबक निगल लिया था। परिवार के लोगों को जब ये बात पता चली तो वो परेशान हो गए। परिवार के लोग बच्चे को अस्पताल लेकर गए। जहां पर बच्चे का एक्सरे करवाया गया।

madhya pradesh magnet stomach 3 year old child

एक्सरे करवाने पर बच्चे के पेट में चुंबक देखी गई। तब घर के लोग बच्चे के पेट से चुंबक निकलवाने के लिए उसे लेकर अरिहंत अस्पताल गए। अस्पताल प्रबंधन ने एंडोस्कॉपी से चुंबक निकालने की बात कही। लेकिन उस दिन एनेस्थिसिया एक्सपर्ट न होने की वजह से उन्हें अगले दिन आने को कहा। अगले दिन जब बच्चे के पेट से चुंबक निकाले जाने लगी तो उसकी मौत हो गई।

madhya pradesh magnet stomach 3 year old child

कबीर के पिता सुनील तिवारी ने बताया कि चुंबक निगलने के बाद कबीर को खांसी और बुखार हो गया। तो डॉक्टरों ने कहा कि जब ये ठीक हो जाएगा। तब इसके शरीर से चुंबक निकाल देंगे। इसके बाद सोमवार को बच्चे की एंडोस्कॉपी की गई और उसके बाद उसे बेहोश करने के लिए एनेस्थिसिया दिया गया।

madhya pradesh magnet stomach 3 year old child

डॉक्टरों ने बच्चे के पेट से निकला चुंबक भी दिखाया और कहा कि आधे घंटे में बच्चे को होश आ जाएगा। लेकिन करीब ढाई घंटे बाद डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत हो गई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि एनेस्थिसिया की ओवरडोज से बच्चे की मौत हुई है। परिवार के लिए इस पूरी घटना के लिए अस्पताल प्रबंधन और डॉ. सोनल निवसरकर जिम्मेदार बता रहे हैं।

madhya pradesh magnet stomach 3 year old child

वहीं बच्चे की मौत के बाद परिवार के लोगों ने तुंरत पुलिस को फोन किया। जिसके बाद पुलिस ने अस्पताल आकर मामले की जांच की। बताया जा रहा है कि परिजनों ने चंदननगर थाने में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत की है। इसके बाद बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एमवाय अस्पताल भेजा गया। एमवाय अस्पताल में विशेषज्ञ टीम न होने की वजह से बच्चे का पोस्टमॉर्टम मंगलवार को किया जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी।

Back to top button