अध्यात्म

11 अगस्त : हरियाली तीज पर क्यों किया जाता है हरे रंग की चीजों से श्रृंगार, पढ़ें इससे जुड़ी कथा

हरियाली तीज का व्रत इस साल 11 अगस्त बुधवार को पड़ रहा है। इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है। हरियाली तीज पर महिलाएं व्रत रखती हैं और पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। मान्यता है कि ये व्रत रखने से अखंड सौभाग्यवती होने का वर मिलता है। इस पर्व को पंजाबी, हरियाणवी और राजस्थानी में खूब मनाया जाता है।

शिव पुराण में हरियाली तीज का उल्लेख मिलता है। इस पुराण के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए 107 जन्मों तक कठिन तप किया था। फिर भी उनकी मनोकामना पूर्ण नहीं हुई। वहीं अपने 108 वें जन्म में मां ने हरियाली तीज व्रत रखा है और व्रत से प्रसन्न होकर शिवजी उनको पति के रूप में मिले।

हरियाली तीज शुभ मुहूर्त-

hariyali teej

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि मंगलवार, 10 अगस्त को शाम 06.11 मिनट से शुरू होगी और 11 अगस्त 2021, बुधवार को शाम 04.56 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में ये व्रत 11 तारीख को रखा जाएगा। अमृत काल सुबह 01:52 से 03:26 तक का होगा। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:29 से17 तक है। जबकि निशिता काल रात 14:29 से 12 अगस्त सुबह 12:25 तक है।

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हरियाली तीज के दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और 16 श्रृंगार जरूर करती हैं। शाम को पूजा के दौरान माता पार्वती को 16 श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित की जाती है। हरियाली तीज के दिन महिलाएं हरे रंग के कपड़े पहनती हैं और हरे रंग की चीजों से ही श्रृंगार करती है। दरअसल इस दिन हरे रंग का काफी महत्व होता है।

क्यों कहा जाता है कि हरियाली तीज

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हरियाली तीज सावन के दौरान आती है। सावन के महीने में खूब बारिश होती है। जिसकी वजह से आसपास के वातावरण में हरियाली होती है। ऐसे में इस व्रत को हरियाली नाम दिया गया है। इसके अलावा हरे रंग का धार्मिक महत्व भी है। कहा जाता है कि मां को हरे रंग की चीजें काफी पसंद हैं। इसलिए पूजा के समय इस रंग का अधिक इस्तेमाल किया जाता है।

हरियाली तीज पर इन चीजों से होता है श्रृंगार-

मेहंदी

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हरियाली तीज पर मेहंदी जरूर लगाई जाती है। तीज से एक दिन पहले महिलाएं अपने हाथों पर मेहंदी लगाती हैं। कहा जाता है कि मेंहदी का रंग जितना गाढ़ा चढ़ता है, पति का आयु उतनी ही लंबी होती है।

हरी चूड़ियां

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सावन माह में हरे रंग का बहुत महत्व होता है। इसके अलावा ये रंग सुहागिन स्त्रियां का प्रतीक माना गया है। हरियाली तीज के दौरान महिलाएं हरे रंग की चूड़ियां भी जरूर पहनती हैं। इस रंग को पति की खुशहाली, तरक्की, दीर्घायु व सेहतमंद जिंदगी के लिए पहना जाता है।

हरे वस्त्र

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हरियाली तीज के मौके पर महिलाओं को हरे रंग के वस्त्र पहननें होते हैं। इसके अलावा पूरा 16 श्रृंगार करना होता है। साथ में ही हरियाली तीज पर माथे पर हरे रंग की ही बंदी लगानी होती है।

शादी के बाद हर महिला को ये व्रत जरूर रखना चाहिए। इस व्रत को करने स पति-पत्नी के बीच प्रेम बना रहता है। वहीं कुंवारी लड़कियां अगर ये व्रत रखती हैं तो उनको सच्चा जीवन साथी मिलता है।

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