जवानी में ऐसी दिखती थी सुरेखा सीकरी, खूबसूरती में आज की अभिनेत्रियां भी रह जाए पीछे
ऐसी थी सुरेखा सीकरी की जवानी, नसीरुद्दीन शाह से था बेहद ख़ास और गहरा रिश्ता
फ़िल्मी गलियारों से एक और बुरी खबर सामने आई है. बॉलीवुड और छोटे पर्दे की मशहूर अदाकारा सुरेखा सीकरी का निधन हो गया है. शुक्रवार को सुरेखा सीकरी ने अंतिम सांस ली. वे 75 साल की थीं और उनके निधन का कारण हृदय गति रुकना बताया गया है. आज सुबह अभिनेत्री ने अंतिम सांस ली.
सुरेखा सीकरी ने छोटे पर्दे के साथ ही बड़े पर्दे पर भी खूब नाम कमाया. उन्होंने ‘तमस’, ‘मम्मो’, ‘सलीम लंगड़े पे मत रो’, ‘ज़ुबेदा’, ‘बधाई हो’ जैसी हिंदी फिल्मों में काम कर खूब वाहवाही लूटी. वहीं छोटे पर्दे के मशहूर धारावाहिक ‘बालिका वधू’ में निभाए उनके ‘दादी सा’ के किरदार ने उन्हें घर घर में मशहूर कर दिया था.
आज के दर्शक सुरेखा सीकरी को ‘दादी सा’ के रोल के जरिए जानते हैं. साल 2008 में आए लोकप्रिय धारावाहिक ‘बालिका वधू’ में सुरेखा ने दादी सा का रोल प्ले किया था, जिसने उन्हें एक अलग ही पहचान दिलाई थी. सुरेखा सीकरी ने अपनी दमदार अदाकारी के चलते तीन बार नेशनल अवॉर्ड जीता था. बता दें कि वे करीब 50 सालों से फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हुई थी. उनके परिवार में उनका एक बेटा राहुल सीकरी है.
सुरेखा सीकरी के फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1978 में हुई थी. इस दौरान उनकी पहली फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ (Kissa Kursi Ka) रिलीज हुई थी. यह फिल्म राजनीतिक ड्रामे पर आधारित थी. इस फिल्म में काम करने के बाद सुरेखा ने कई हिंदी फिल्मों में काम किया. उन्हें आख़िरी बार साल 2020 में ‘नेटफ्लिक्स’ की फिल्म ‘घोस्ट स्टोरीज़’ में देखा गया था. बता दें कि सुरेखा ने हिंदी फिल्मों और टीवी धारावाहिकों के साथ ही मलयालम फिल्मों में भी कमा किया था.
छोटे पर्दे पर सुरेखा को असली पहचान ‘बालिका वधू’ से मिली थी, लेकिन उन्होंने इसके अलावा ‘परदेस में है मेरा दिल’, ‘एक था राजा एक थी रानी’, ‘सात फेरे’, ‘बनेगी अपनी बात’ जैसे धारावाहिकों में भी काम किया था. उन्हें ‘बालिका वधू’ में अपने रोल के लिए साल 2008 में इंडियन टेली अवॉर्ड बेस्ट निगेटिव रोल के खिताब से नवाजा गया था.
75 की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाली सुरेखा सीकरी का जन्म 19 अप्रैल 1945 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुआ था. उनका बचपन नैनीताल और अल्मोड़ा में बीता था. बताया जाता है कि सुरेखा सीकरी की फिल्मों में आने की कोई इच्छा नहीं थी. वे तो पत्रकार बनना चाहती थी, हालांकि किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. वे एक बार ‘द किंग लियर’ नाटक देखने पहुंची थी और इससे वे इस कदर प्रभावित हुई कि उन्होंने एक्ट्रेस बनने का मन बना लिया. इसके बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला ले लिया था.
बता दें कि, सुरेखा सीकरी ने हेमंत रेगे से शादी की थी. हालांकि साल 2009 में हेमंत का निधन हो गया था और सुरेखा निजी ज़िंदगी में अकेली पड़ गई थी. सुरेखा और हेमंत एक बेटे के माता पिता बने थे, जिसका नाम राहुल सीकरी है.
नसीरूद्दीन शाह से है ख़ास रिश्ता…
बता दें कि, सुरेखा सीकरी का अभिनेता नसीरूद्दीन शाह से एक ख़ास रिश्ता रहा है. दरअसल, उनकी बहन मनारा सीकरी ने नसीरूद्दीन शाह से शादी की थी, लेकिन बाद में अभिनेता ने रत्ना पाठक से दूसरी शादी कर ली थी.