अध्यात्म

अमावस्या और शनि जयंती आज, घर में रात को करें ये काम बदल जाएगी आपकी तक़दीर!

आज का दिन शास्त्रों के हिसाब से बहुत ही शुभ है। आज एक साथ शनि जयंती और अमावस्या का शुभ योग बन रहा है। इस दिन घनघोर अँधेरा होता है। हालांकि जिस तरह से सूरज दिन को रौशन करता है, वैसे ही रात के समय चंद्रमा रात को रौशन करता है। लेकिन अमावस्या के समय चंद्रमा का प्रकाश नहीं दिखता है, इस वजह से नकारात्मक शक्तियाँ, सकारात्मक शक्तियों के ऊपर हावी हो जाती हैं।

बुरी शक्तियाँ नहीं छोड़ पाती अपना बुरा प्रभाव:

लेकिन इस काली और घनघोर रात का भी अपना एक अलग महत्व है। इस काली रात में कुछ शुभ कार्य कर लेने से घर पर काली शक्तियाँ अपना बुरा प्रभाव नहीं छोड़ पाती हैं। साथ ही आपकी तक़दीर भी बदल जाती है। प्राचीन भारतीय परम्परा के अनुसार अमावस्या के दिन घर के कुछ ख़ास स्थानों पर दीपक जलाने से काफी शुभ फल प्राप्त होते हैं। इस दिन सूर्यास्त के बाद घर के इष्टदेवों का ध्यान करते हुए दीपक जलाने से घर में स्थाई रूप से लक्ष्मी का वास होता है।

इन स्थानों पर दीपक जलाने से होते हैं ये फायदे:

*- इस दिन घर के मंदिर में रात के समय दीपक जलाने से घर की दैवीय शक्तियाँ मेहरबान रहती हैं और हर मुसीबत से रक्षा करती हैं।

*- सूर्यास्त के बाद घर में लगी हुई तुलसी के पौधे के निचे दीपक जलाने से सकारात्मक शक्तियाँ और देवी देवता घर की तरफ आकर्षित होते हैं। वह घर को ही अपना बसेरा बना लेते हैं।

*- घर के मुख्या दरवाजे पर इस दिन दोनों तरफ दीपक जलाएं, ऐसा करने से चाहकर भी उपरी शक्तियाँ घर में प्रवेश नहीं कर पाएंगी।

*- इस दिन घर की छत पर दीपक जलाएं, इससे चारो तरफ उजाला फैलेगा। इससे घनघोर अँधेरी रात में भी पूर्णिमा का आभास होगा। बुरी शक्तियाँ घर पर हमला करने में खुद को असमर्थ पाएंगी।

*- इस दिन घर के पास वाले पीपल के निचे दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होकर सभी मनोकामना की पूर्ति करते हैं।

*- इस दिन एक काला धागा लेकर उसमें 8 गाँठ लगा दें, अब उस धागे को गले में धारण करने से सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

Back to top button