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स्मृति ईरानी को देख जोर-जोर से रोने लगी युवती, कहा- अस्पताल में मां के साथ किया गया रेप

अमेठी दौरे पर आई केन्द्रीय वस्त्र एवं महिला और बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी को रास्ते में एक लड़की ने रोक लिया और उनसे इंसाफ दिलाने की मांग करने लगी। लड़की ने अपनी मां के साथ हुई आपबीती स्मृति ईरानी को सुनाई और बताया कि किस तरह से इलाज के नाम पर उनकी मां के साथ रेप किया गया है और उन्हें बुरी तरह से पीटा गया है। लड़की ने रोते हुए स्मृति ईरानी से कहा कि पुलिस में शिकायत करने पर किसी ने उनकी नहीं सुनीं। युवती की पूरी बात सुनने के बाद स्मृति ईरानी ने तत्काल मामले की जांच करने के आदेश दिए। जिसके बाद एक टीम का गठन भी किया गया।

smriti irani

क्या है पूरा मामला

शनिवार को अचानक जिला मुख्यालय पहुंचीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से एक लड़की ने मुलाकात की। इस लड़की ने रोते हुए केंद्रीय मंत्री से कहा कि लखनऊ के डॉ.राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट के स्टाफ ने मेरी मां के साथ रेप व मारपीट की है। युवती के अनुसार उसकी मां की आयु 40 साल की है और वो बीमार थी। जिसके कारण उन्हें पहले संयुक्त जिला अस्पताल गौरीगंज में भर्ती कराया गया था। कुछ दिन भर्ती रहने के बाद भी उनकी सेहत सही नहीं हुई। बाद में मां की हालात गंभीर होने पर उन्हें डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीटयूट रेफर कर दिया गया।

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लड़की का आरोप है कि 7 तारीख को उसकी मां को पहले इमरजेंसी व बाद में चौथी मंजिल के बेड संख्या 41 पर भर्ती कर दिया गया। इसके बाद परिवारीजनों को बाहर भेज दिया गया और उनसे किसी को मिलने नहीं दिया गया। परिवार के लोगों ने इसका विरोध किया। जब दो दिन बाद वो अपनी मां से मिली तो मां की हालत नाजुक थी। मिलने पर उसकी मां ने चिकित्सकों व स्टाफ द्वारा उसे मारने-पीटने के साथ कुछ गलत किए जाने की बात कही। इसके बाद बेहोशी की हालत में मां को शुक्रवार रात वहां से डिस्चार्ज कराकर फिर से जिला अस्पताल गौरीगंज में भर्ती कराया गया।

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पुलिस ने नहीं किया केस दर्ज

युवती ने कहा कि मां को भर्ती कराने के बाद जब परिवारीजन सुबह केस दर्ज कराने स्थानीय थाने पहुंचे तो पुलिस ने एक नहीं सुनी। युवती की बात सुनने के बाद स्मृति ईरानी ने डीएम, एसपी व सीएमओ से वार्ता कर मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। स्मृति ईरानी के निर्देश पर डीएम ने जांच टीम गठित कर रिपोर्ट तलब की है।

डीएम अरुण कुमार ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि युवती के आरोप बेहद गंभीर हैं। मामले की जांच के लिए गौरीगंज उपजिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी गौरीगंज और एसीएमओ की जांच कमेटी गठित की गई है। महिला में ब्लैक फंगस के लक्षण हैं। इसका इलाज मेडिकल कालेज में ही उपलब्ध है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी। वहीं अमेठी पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने कहा कि महिला का मेडिकल कराने का निर्देश दिया गया है। मेडिकल के बाद पीड़िता का बयान लिया जाएगा। मेडिकल रिपोर्ट व बयान को लखनऊ प्रशासन को संदर्भित किया जाएगा।

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