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राजनाथ सिंह और हर्षवर्धन ने लॉन्च की कोरोना की 2DG दवा, फेफड़ों में जाकर कोरोना पर करती है वार

DRDO की एंटी कोरोना ड्रग 2DG को आज लॉन्च कर दिया गया है। जिसके बाद कोरोना के मरीजों को ये दवाई देना शुरू कर दी जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आज DRDO के मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान इस दवा की पहली खेप को लॉन्च किया है। फिलहाल इस दवा के 10,000 पैकेट को इमरजेंसी यूज के लिए रिलीज किया जाएगा। इस दवा का नाम 2-डीऑक्‍स‍ि-डी-ग्लूकोज (2-DG) है।

DRDO 2-DG Medicine

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए इस दवा के लॉन्च होने की जानकारी दी थी और कहा था कि थोड़ी देर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दवा का पहला बैच रिलीज किया जाएगा। वहीं अब ये दवा लॉन्च कर दी गई है। ये पहली कोरोना की दवा है, जिसे DRDO ने बनाया है और इस दवा को हाल ही में भारत सरकार द्वारा इस्तेमाल करने की मंजूरी दी गई है। ये दवा एक पाउडर के रूप में आती है। इस दवा को DRDO के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलाइड साइंसेस (INMAS) ने डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज के साथ मिलकर बनाया है। 2-डीजी दवा को पानी में घोल कर पीना होता है।

क्लिनिकल रिसर्च के दौरान 2-डीजी दवा के 5.85 ग्राम के पाउच तैयार किए गए थे। इसके एक-एक पाउच सुबह व शाम पानी में घोलकर कोरोना के मरीजों को दिए गए। इस दवा के नतीजे अच्छे रहे और जिन मरीजों को ये दवा दी गई। उनमें तेजी से रिकवरी देखने को मिली। इसी आधार पर ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने इस दवा के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी। जिसके बाद आज इसे लॉन्च किया गया।

ऑक्सिजन की कमी होती है पूरी

2dg

रक्षा मंत्रालय ने इस दवा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस दवा को इलाज के दौरान मरीजों को देने से ऑक्सिजन की कमी पूरी हो जाती है। कोविड-19 की चल रही दूसरी लहर की वजह से बड़ी संख्या में मरीजों को ऑक्सीजन की कमी हो रही है। जिसके चलते इन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है। ये दवा कोरोना के सामान्य से गंभीर मरीजों को दी जा सकती है। 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज दवा मरीजों को तेजी से ठीक होने में मदद करेगी और ऑक्सिजन पर निर्भरता को कम करेगी।

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DRDO के अधिकारियों के अनुसार देशभर के जिन 27 अस्पतालों में इस दवा का आखिरी ट्रायल किया गया था। वहां से बचा हुआ स्टॉक भी इकट्ठा किया गया है। जिसे दिल्ली के DRDO के अस्पताल में पहुंचाया जाएगा। इन दवाओं को दिल्ली लाने का काम तेजी से चल रहा है। लॉन्च करने के बाद इस दवा को सबसे पहले दिल्ली के DRDO कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिया जाएगा। अभी इस दवा को सिर्फ इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी गई है। यानी जब तक इस दवा को सामान्य इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिलती है। तब तक ये बाजार में उपलब्ध नहीं होगी। अभी इस दवा के दाम भी तय नहीं किए गए हैं। लेकिन कहा जा रहा है कि इसकी कीमत 500 से 600 बीच हो सकती है।

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