राजनीति

हेमंत विस्वा सरमा की रोचक प्रेम कहानी, 22 वर्ष में प्रेमिका से कहा था बनूँगा मुख्यमंत्री

असम के 15वें मुख्यमंत्री का छात्र जीवन से मुख्यमंत्री बनने का था सपना

यह बात कॉलेज के दिनों की है। किसी कॉलेज कैम्पस में पढ़ते एक नवयुवक की उम्मीद और भविष्य को लेकर आकांक्षाएं क्या हो सकती हैं? यह तो हम सभी अच्छे से समझ सकते हैं। कॉलेज में अच्छे नंबर से पास होना, एक बेहतर कैरियर वग़ैरह-वग़ैरह, लेकिन शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा होगा जो कॉलेज के दिनों से ही भविष्य में मुख्यमंत्री बनने को लेकर आश्वस्त हो।

ऐसी ही एक शख्सियत का नाम आज़कल चर्चा में बना हुआ है। जी हां असम में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही हेमंत विस्वा सरमा का नाम इस बात को लेकर चर्चा में काफ़ी बना हुआ है कि उन्हें अपने कॉलेज के दिनों में ही एहसास हो गया था कि वह भविष्य में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे। किस्सा रोचक इसलिए नहीं कि उन्हें कॉलेज के दिनों से ही भविष्य का मुख्यमंत्री बनने की खुमारी थी। कहानी में ट्विस्ट इसलिए, क्योंकि हेमंत विस्वा सरमा जब 22 वर्ष के थे तभी अपने 17 वर्षीय प्रेमिका से उन्होंने बात ही बात में कहा कि वह अपनी मां से बोल दे कि, “मैं एक दिन मुख्यमंत्री बनूँगा।”

बता दें कि असम के मुख्यमंत्री पद की शपथ के साथ हेमंत विस्वा सरमा की वह बात अब सही साबित हो गई। इसके अलावा अच्छी बात यह भी है कि जिस लड़की से यह बात उन्होंने कही थी कि वह अपनी मां से कह दें कि मैं(हेमंत सरमा) भविष्य में मुख्यमंत्री बनूँगा। वही लड़की हेमंत विस्वा सरमा की पत्नी हैं। जिनका नाम रिनिका भुयन है। गौरतलब हो यह बातें सोमवार को हेमंत सरमा के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी पत्नी रिनिका भुयन ने ही साझा की।

“…तब उन्होंने जवाब दिया कि मां से कह दो मैं असम का मुख्यमंत्री बनूंगा”

रिनिकी भुयन बताती है कि, “जब वह 22 साल के और मैं 17 साल की थी तभी हमारी पहली मुलाकात हुई थी। मैंने उनसे पूछा था कि मैं अपनी मां को उनके भविष्य के बारे में क्या बताऊंगी? तब उन्होंने (हेमंत सरमा) ने जवाब दिया था कि उनसे कह दो कि मैं असम का मुख्यमंत्री बनूंगा।” इतना सुनते ही रिनिका बताती है कि वह भौंचक्का रह गई लेकिन बाद में महसूस हुआ कि जिस व्यक्ति से वह शादी कर रही। उसका राज्य को लेकर एक निश्चित लक्ष्य और सपना है इसके अलावा चट्टान की तरह प्रतिबद्धता है।

इतना ही नहीं रिनिका भुयन आगे कहती है कि उनके लिए हेमंत सिर्फ़ हेमंत है। उन्हें मुख्यमंत्री के साथ नहीं जोड़ सकती। यहां हेमंत और रिनिका के परिवार की बात करें तो उनके दो बच्चे हैं। एक 19 साल का नंदिल विस्वा सरमा तो वहीं एक 17 साल की सुकन्या सरमा।

राजनीतिक जीवन

हेमंत विस्वा सरमा के जीवन का दिलचस्प किस्सा जानने के बाद उनके राजनीतिक जीवन की बात करें तो 1 फरवरी 1969 को कैलाश नाथ सरमा और मृणालिनी देवी के यहां जन्में हेमंत विस्वा सरमा पहली बार साल 1996 में कांग्रेस पार्टी में शामिल होते हैं और पहली बार साल 2001 में जलुकबरी सीट से विधायक बने। उन्होंने असम गण परिषद के “भृगु फुकन” को हराया। इसके बाद उन्होंने लगातार चार बार जलुकबरी सीट से चुनाव जीता। गौरतलब हो इस बार वह 5 वीं बार इस सीट से चुनाव जीते हैं।

साल 2015 में असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई से मतभेदों के चलते उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी। जिसके बाद साल 2016 में असम विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) का अध्यक्ष बनाया गया। उसके बाद उन्होंने पूर्वोत्तर को कांग्रेस मुक्त बनाने में अहम भूमिका अदा की। जिस वज़ह से उन्हें असम का 15वां मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला।

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