बॉलीवुड

जब अंडरवर्ल्ड ने गुलशन कुमार से मांगे 10 करोड़, जवाब मिला- ‘इतने में तो मैं वैष्णो देवी में..’

एक समय था जब अंडरवर्ल्ड का बॉलीवुड में दबदबा हुआ करता था. अंडरवर्ल्ड के कारण कई कलाकारों का करियर बर्बादी की भेंट चढ़ गया. वहीं मशहूर भजन गायक गुलशन कुमार को तो अंडरवर्ल्ड के कारण अपनी जान तक गंवानी पड़ी थी. अंडरवर्ल्ड को गुलशन कुमार की प्रसिद्धि और समृद्धि खटकती थी, ऐसे में दाऊद मर्चेंट और विनोद जगताप नाम के शार्प शूटरों ने उनकी गोली मरकर हत्या कर दी.

कभी जूस बेचा करते थे गुलशन कुमार…

गुलशन कुमार ने गायकी की दुनिया में बहुत नाम कमाया है. वे भगवान के भजन गाया करते थे, लेकिन इससे पहले वे दिल्ली में जूस बेचने का काम किया करते थे. गुलशन कुमार के पिता चंद्रभान दुआ एक समय में दिल्ली के दरियागंज में जूस बेचते थे और गुलशन कुमार भी इस काम में पिता की मदद करते थे.

टी-सीरीज की शुरुआत…

80 और 90 के दशक में गुलशन कुमार ने अपने भजनों से ख़ास पहचान बनाई थी. उनके भजन हर किसी की जुबान पर चढ़े रहते थे. उनके गानों की कैसेट ख़ूब बिका अकारती थी और वे कैसेट किंग के नाम से लोकप्रिय हो गए. सफ़लता की सीढ़ी पर सवार गुलशन कुमार ने 80 के दशक में अपनी कंपनी टी सीरीज की शुरुआत की थी. यह कंपनी आज उनके न होने पर भी काफी चर्चित, सफल और लोकप्रिय है.

अंडरवर्ल्ड ने मांगे 10 करोड़…

80 और 90 के दशक में कई कलाकारों को अंडरवर्ल्ड से धमकियां मिला करती थी. गुलशन कुमार के साथ भी ऐसा हुआ था. एक बार उन्हें फोन कर डॉन अबु सलेम ने10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. हालांकि गुलशन कुमार ने पैसे देने से साफ़ मना कर दिया. अबू को जवाब देते हुए गुलशन कुमार ने कहा था कि, 10 करोड़ में तो मैं वैष्णो देवी में भंडारा करवा दूंगा. इस बात का जिक्र हुसैन जैदी ने अपनी किताब My Name is Abu Salem में किया है.

हुसैन जैदी ने अपनी किताब My Name is Abu Salem में यह भी लिखा है कि, अंडरवर्ल्ड गुलशन कुमार को लगातार धमकाता था, लेकिन गुलशन कुमार उनकी धमकियों से नहीं डरते थे. जब गुलशन कुमार ने पैसे न देने के लिए मना किया और जोरदार जवाब दिया तो अबू सलेम को यह बात बहुत बुरी लग गई थी और जब शूटर ने गुलशन को गोली मारी तो उसने कहा था कि, बहुत पूजा कर ली. अब ऊपर जा के करना.

गुलशन कुमार पर दागी 16 गोलियां…

गुलशन कुमार माता वैष्णो देवी के बहुत बड़े भक्त थे. उनके माता पर गाये गए भजनों ने भी ख़ूब लोकप्रियता हासिल की है. वैष्णो देवी में गुलशन कुमार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बहुत सारे काम करवाए थे. अंडरवर्ल्ड लगातार गुलशन कुमार को धमकाता रहा था और फिर 12 अगस्त 1997 को वो दिन आया जब गुलशन कुमार की हत्या कर दी गई. अंधेरी में जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर उन पर 16 गोलियां दागी गई थी.

अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम ने गुलशन कुमार की ह्त्या की जिम्मेदारी दाऊद मर्चेंट और विनोद जगताप नाम के शार्प शूटरों को सौंपी थी. जब शूटरों ने गुलशन कुमार पर गोलियां बरसाई तो उनका ड्राइवर उन्हें बचने के लिए हत्यारों पर कलश फेंकता रहा. लेकिन उसकी यह कोशिश नाकाम रही. इतना ही नहीं शूटरों ने ड्राइवर के पैर पर भी गोली मार दी थी.

विनोद जगताप ने 9 जनवरी 2001 को इस बात को स्वीकार किया था कि, उसने ही गुलशन कुमार को गोली मारी थी. उस समय गुलशन कुमार की इस तरह से हत्या होने से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी थी. साथ ही बॉलीवुड से लेकर आम लोगों तक में अंडरवर्ल्ड और अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम के नाम का ख़ौफ़ पैदा हो गया था. गुलशन कुमार की हत्या मामले में जांच में मुंबई पुलिस ने कहा था कि हत्या के लिए फिल्मी हस्तियां और माफिया के लोग जिम्मेदार थे.

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