बॉलीवुड

ये है ‘शोले की 6 सबसे बड़ी गलतियां, कभी दिख गए ठाकुर के कटे हुए हाथ, तो कभी जुड़ गया टूटा हुआ पुल

साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म ‘शोले’ को हिंदी सिनेमा की सबसे सफ़ल और चर्चित फिल्म में से एक माना जाता है. आज 45 सालों के बाद भी फिल्म को बहुत पसंद किया जाता है. यह फिल्म एक ऐसी फिल्म है, जिसने हर वर्ग के दर्शकों के दिलों पर राज किया है. इस फिल्म में बॉलीवुड के कई दिग्गज़ों ने एक साथ काम किया था.

फिल्म से जुड़े कई किस्से लोगों के बीच बहुत मशहूर है, लेकिन क्या आपका कभी फिल्म की कुछ बड़ी गलतियों पर ध्यान गया है. फिल्म शोले के कुछ सीन्स को गौर से देखें तो फिल्म में कई बड़ी गलतियां उजागर होती है. आज शोले की कुछ ऐसी ही 6 बड़ी गलतियों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. तो चलिए डालते हैं शोले की कुछ बड़ी गलतियों पर एक नज़र…

दिग्गज़ अभिनेता धर्मेंद्र ने इस फिल्म में वीरू का किरदार अदा किया था. वीरू का किरदार फैंस को काफी पसंद आया था. फिल्म शोले में वीरु का टंकी पर चढ़ने वाला सीन काफी फ़ेमस हुआ था. बता दें कि, बसंती का प्यार पाने के लिए वीरू टंकी पर चढ़ जाता है. यह वो पानी की टंकी होती है, जिसमें पानी मोटर की मदद से ही चढ़ाया जा सकता है. वहीं दूसरी ओर हमें देखने को मिला है कि, रामगढ़ में बिजली नहीं होती है. शोले में शुरू से लकर अंत तक देखा गया है कि ठाकुर की बहू पूरे घर में लालटेन जलाती रहती है.

तांगा कहां से आया ?

दूसरी गलती जो पकड़ में आई वो यह है कि जब हेमा मालिनी यानी कि बसंती शिव मंदिर जाती है तो वह पैदल ही भगवान शिव के मंदिर पहुंचती है. यह तक तो सब कुछ ठीक रहता है, लेकिन जब बसंती मंदिर से लौटती है तो उसके पास तांगा होता है. अब प्रश्न यह उठता है कि बसंती जब शिव मंदिर पैदल आई थी तो आखिरकार उसके पास तांगा कहां से आया था ? वीरू का किरदार निभाने वाले धर्मेंद्र भी हेमा से पूछते हैं कि आज तुम्हारी धन्नो कहां है ?

‘अरे ओ सांबा…कितने आदमी थे’ फिल्म का यह डायलॉग बहुत ही मशहूर रहा था. इस डायलॉग के सीन के दौरान ही जब गब्बर बने अमज़द खान अपने तीन डाकुओं को गोली मारते है तो वो तीनो गब्बर के ठीक सामने फेस टु फेस खड़े नज़र आते हैं, लेकिन वहीं जब गब्बर तीनों को सामने से गोली मारता है तो अगले ही सीन में दो डाकुओं की पीठ और पीछे गर्दन पर गोली लगी हुई दिखाई जाती है. प्रश्न यह भी खड़ा होता है कि आखिर यह कैसे संभव हुआ ?

जय के पास कहां से आया सिक्का…

फिल्म में हमें कई भावुक कर देने वाले सीन भी देखने को मिले है. ऐसा ही फिल्म के अंत में भी हुआ था. दरअसल, फिल्म के आख़िरी कुछ पलों में जय का किरदार निभाने वाले अमिताभ बच्चन जब पुल के पास आते है तो उनकी दोनों हथेलियां खुली दिखाई जाती है, हालांकि कुछ समय बाद देखा जाता है कि जय, वीरू यानी कि धर्मेंद्र की बांह में दम तोड़ देते हैं और अमिताभ के हाथ में सिक्का रहता है. प्रश्न उठना यह भी लाजिमी है कि खाली हाथ नज़र आने वाले जय के हाथों में आखिर सिक्का कहां से आ जाता है ?

टूटा हुआ पुल वापस कैसे जुड़ा…

यह भी फिल्म शोले की बड़ी गलतियों में शुमार है. एक सीन के दौरान जब डाकू बसंती का पीछा करते हैं तो इस सीन में देखने को मिलता है कि बसंती अपने तांगे से स्टंट करके लकड़ी के पुल को तोड़ देती है. हालांकि अगले ही पल टूटा हुआ पुल जुड़ा हुआ दिखाई देता है. दरअसल, जब जय और वीरू बसंती को डाकुओं से बचाकर लौट रहे होते हैं तो वह पुल सही सलामत मिलता है, जिसे कि बसंती स्टंट करके तोड़ देती है.

दिख गए ठाकुर के कटे हुए हाथ…

यह फिल्म ‘शोले’ की सबसे बड़ी गलती थी कि जब गब्बर बने अमज़द खान ठाकुर का रोल निभाने वाले संजीव कुमार के दोनों हाथ काट देते हैं, इसके बावजूद एक सीन में ठाकुर का हाथ नज़र आता है. दरअसल, ठाकुर के हाथ गब्बर द्वारा काटे जाने के बाद ठाकुर और गब्बर के बीच लड़ाई होती है. इस दौरान ठाकुर के कुर्ते से उनका एक हाथ नज़र आ जाता है.

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