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उड़ी के बाद आर्मी कैंप पर फिर हुआ आतंकी हमला, मेजर समेत 3 जवान शहीद!

जम्मू-कश्मीर जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के पंजगाम सेक्टर में सेना के कैंप पर आज सुबह करीब 4 बजे आतंकियों ने एक बार फिर हमला किया। इस आत्मघाती आतंकी हमले में सेना के एक कैप्टन, एक जेसीओ और एक जवान शहीद हो गए। जबकि सेना की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी भी मारे गए। ये हमला सेना के आर्टिलरी बेस पर हुआ जो आर्मी कैंप एलओसी से महज 5 किलोमीटर दूर कुपवाड़ा में है। Attack on army camp.

कुपवाड़ा में आर्मी कैंप पर हुआ आतंकी हमला –

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आज सुबह करीब चार बजे अधुनिक हथियारों से लैस चार आतंकियों ने सेना की वर्दी में सेना के 310 जीआर रेजीमेंट के कैंप पर घात लगाकर हमला किया। गनीमत थी कि उस समय जवानों का एक दल गश्त के लिए कैंप से बाहर जाने वाला था और रात को गश्त के लिए बाहर गए दल को भीतर आना था।  आतंकियों को संतरी ने पहले फौजी ही समझा। आतंकियों ने कैंप में घुसते ही ग्रेनेड दागे और फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद वहां मौजूद जवानों और अधिकारियों ने जवाबी कार्रवाई शुरू की। सुरक्षाबल पूरे इलाके को घेरकर तलाशी कर रहे हैं।

गृह मंत्रालय ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग –

आर्मी कैंप पर हुए इस आतंकी हमले के बाद गृह मंत्रालय ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। जिसमें गृहमंत्री राजनाथ सिंह के अलावा गृह सचिव,जॉइंट सेक्रेट्री जम्मू कश्मीर, जम्मू कश्मीर के चीफ सेक्रेटरी, खुफिया विभाग के अधिकारी सहित गृह मंत्रालय के दूसरे अधिकारी मौजूद होंगे। यह बैठक सुबह 11 बजे शुरू होगी। गौरतलब है कि कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी हमले तेज हुए हैं और पत्थरबाजी की घटनाएं भी बढ़ी हैं। अभी कुछ दिन पहले हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे। एक तरफ तो आंतरिक हमले हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कश्मीर में आतंकी हमले।

1999 से अब तक सेना पर हुए 20 आतंकी हमले –

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में 1999 के बाद से अब तक 20 बड़े हमले हुए हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं – 18 सिंतबर 2016 को उरी में सेना के मुख्यालय पर हमला। 25 जून, 2016 के श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले पर हमला। 21 फरवरी, 2016 को श्रीनगर के एक सरकारी भवन पर हमला। 7 दिसंबर, 2015 को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर गोलीबारी। 25 नवंबर, 2015 को उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास सेना के एक शिविर पर हमला। 20 मार्च, 2015 को एक पुलिस थाने पर हमला जिसमें तीन एसएफ कर्मी, दो नागरिक और दो आतंकी समेत सात लोग मारे गए थे।

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