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सफलता के इस मूलमंत्र को अपनाकर आप भी हो सकते हैं जीवन में सफल, प्रसिद्धि चूमेगी आपके कदम!

आज हम आपको महान बर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं। इनकी कहानी जानकर आपको निश्चित तौर पर प्रेरणा मिलेगी। जब बर्ड छोटे थे, तो उन्होंने एक पुस्तक पढ़ी। पुस्तक में उन्होंने रॉबर्ट पियरी के बारे में पढ़ा। तब उन्होंने यह जाना कि रॉबर्ट पियरी उत्तरी ध्रुव पर जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन विपरीत पतिस्थियों की वजह से वह सफल नहीं हो पा रहे थे।

शुरू कर दिया कठिन प्रशिक्षण लेना:

उनकी कहानी जानकर बचपन में ही बर्ड ने यह निश्चय कर लिया कि जीवन में उनके संघर्ष की कोई सीमा नहीं होगी। केवल यही नहीं वह हर हाल में उत्तरी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला व्यक्ति बनना चाहता था। छोटे बर्ड ने उसी दिन से प्रयास शुरू कर दिया और उसके लिए कठिन प्रशिक्षण भी लेना शुरू कर दिया। इस रोमांचक अभियान के लिए वह रात-दिन की परवाह किये बगैर जुट गए।

बर्ड को ठंढ का मौसम नहीं था पसंद:

बर्ड को ठंढ का मौसम बिल्कुल भी पसंद नहीं था। जबकि उत्तरी ध्रुव पर हर समय भयानक ठंढ होती है। इसके लिए उन्होंने अपने शरीर को भयानक ठंढ सहने लायक बनाया, जिससे वह भयानक ठंढ को झेल सके। लेकिन सफलता इतनी आसानी से कहां मिलती है। उस समय अपना खर्च चलाने के लिए बर्ड अमेरिकी नौसेना में काम किया करते थे।

हड्डी टूटने की वजह से होना पड़ा रिटायर:

वहां उन्हें बहुत ही कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन वह बिना घबराए हर मुश्किल का सामना करते थे। एक दिन दुर्घटना में उनके पैर की हड्डी बुरी तरह से टूट गयी। उस समय उनकी उम्र 28 साल की थी। हड्डी टूटने की वजह से वह शारीरिक रूप से अक्षम हो गए और उन्हें नौसेना से रिटायर कर दिया गया। बर्ड को इसका गहरा धक्का लगा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।

ध्रुवों की हवाई जहाज से यात्रा करने वाले बने पहले व्यक्ति:

चूंकि पैर से वह लाचार हो चुके थे तो उन्होंने सोचा कि मैं उत्तरी ध्रुव तक पैदल नहीं पहुंच सकता तो क्या हुआ, लेकिन मैं हवाई जहाज से तो वहां पहुंच ही सकता हूं। इसके बाद वह अपने उत्तरी ध्रुव पहुंचने के अभियान में लग गए। एक दिन उनकी मेहनत के आगे मुश्किलों ने दम तोड़ दिया और वह बन गए पहले व्यक्ति जिसने उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव की यात्रा हवाई जहाज से की। उनका कहना है कि हर व्यक्ति विषम परिस्थियों में भी सफल हो सकता है, बस लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए और उसको पूरा करने के लिए संघर्ष करते रहना चाहिए।

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