स्वास्थ्य

पपीता खरीदते समय इन 5 बातों पर ध्यान दें, काटने पर मीठा और पका हुआ ही निकलेगा

गर्मी का मौसम लगभग आ चुका है। ऐसे में बाजार में पपीते की भरमार देखने को मिल जाती है। अब वैसे तो आपको पपीता हर मौसम में मिल जाता है लेकिन गर्मी में ये सबसे अच्छी क्वालिटी के साथ आते हैं। इसके अलावा गर्मी में पपीता खाना आपकी सेहत के लिए भी लाभकारी होता है। हालांकि ये लाभ आपको तभी मिलेगा जब आप सही गुणवत्ता वाला और अच्छा पपीता खरीदकर घर ले आए।

कई बार लोग दुकानदार की बातों में आकर या बाहरी रंगरूप को देखकर घर पपीता ले आते हैं। लेकिन जब इसे काटा जाता है तो वह कच्चा, फीका या बेस्वाद निकलता है। ऐसे में आज हम आपको एक अच्छा और परफेक्ट पपीता छांटने की ट्रिक बताने जा रहे हैं।

पपीता खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान (Papaya buying tips)

1. अधिकतर लोग पपीता खरीदते समय उसका पीला रंग देख घर ले आते हैं। उन्हें लगता है कि ये पका हुआ है। लेकिन पपीते के रंग की बजाय उसकी धारियों को नोटिस करना चाहिए। यदि पपीते के ऊपर बनी धारियां पीले या नारंगी रंग की है तो वह पका हुआ है। वहीं पपीते में थोड़ा सा भी हरापन नजर आए तो समझ जाइए कि वह अभी कच्चा है।

2. कई बार पपीता घर लाने पर अंदर से सड़ा गला या बेस्वाद भी निकल जाता है। ऐसे में आपको पपीते को हल्का सा दबाकर देखना चाहिए। यदि वह आसानी से दब रहा है या पिलपिला महसूस हो रहा है तो उसे न खरीदें। ऐसा पपीता अंदर से सड़ा हुआ ही निकलेगा। वहीं पपीता दबाने पर हार्ड महसूस हो तो उसे खरीद लें।

3. पपीते में सफेद रंग की धारियां नजर आए तो उसे भूलकर भी न खरीदें। इस तरह के पपीते ज्यादा पके हुए और पुराने होते हैं। ऊनके अंदर फंगस लगी होती है। यदि आप सफेद धारी वाले पपीते को काटोगे तो वह अंदर से गला हुआ ही निकलेगा। हो सकता है वह कुछ कुछ जगह पर मीठा हो लेकिन बाकी जगह पर बेस्वाद होगा। इससे भी बड़ी बात ये है कि फंगस वाले पपीता को खाने से आपकी सेहत पर खराब असर पड़ सकता है।

4. पपीते की खुशबू भी उसके अच्छे या बेकार होने का संकेत देती है। यदि पपीता की आपको बहुत तेज खुशबू आ रही है तो वह अंदर से मीठा और पका हुआ होता है। इसलिए पपीता खरीदते समय उसे सूंघना न भूलें।

5. कई बार ऐसा भी होता है कि पपीता बेचने वाला आपको पपीता काटकर खिलाता है जो कि बहुत मीठा रहता है। लेकिन घर जाकर जब आप उसे खाते हैं तो उसके स्वाद में दम नहीं होता है। इसकी वजह ये है कि दुकानवाला आपको पपीते का सबसे अधिक पका हिस्सा ही काटकर देता है। वह पपीते के बेकार हिस्से को काटकर नहीं चखाता है। इसलिए ऊपर बताए गए टिप्स के आधार पर ही इसे खरीदें।

Back to top button