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सर्वे : दिल्लीवालों ने तोड़ा केजरीवाल का दिल! MCD चुनावों में BJP को प्रचंड बहुमत!

नई दिल्ली – सर्वे:  ऐसा लगता है कि दिल्लीवालों को लगभग 2 साल पहले की हुई अपनी गलती का एहसास हो गया है। दिल्लीवालों ने 3 साल पहले केजरीवाल के मोहपाश में बंधकर जो गलती की थी अब वो उसे सुधारने जा रहे हैं। दरअसल, 23 अप्रैल को दिल्ली में MCD के चुनाव होने वाले हैं और इसी चुनाव ने दिल्ली की जनता को केजरीवाल के प्रति अपनी भड़ास निकालने का मौका दिया है। दिल्ली के लोगों को केजरीवाल को पूर्ण बहुमत से दिल्ली की गद्दी देने के कुछ ही महीनों में अपनी गलती का एहसास हो गया था जिसे सुधारने का मौका 2 साल बाद आ ही गया है। Delhi MCD polls survey.

  तीनों नगर निगमों में फिर जीतेगी बीजेपी –

एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक MCD चुनाव में बीजेपी एक बार फिर तीनों नगर निगम पर कब्जा करने जा रही है। 272 सीटों वाली MCD में बीजेपी को 179 सीटें मिलने का आकलन किया गया है। सर्वे के मुताबिक बीजेपी को दिल्ली में 41.9 प्रतिशत, कांग्रेस को 20 और AAP को 27.5 प्रतिशत और अन्य को 3.9 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है। सर्वे के मुताबिक पूर्वी दिल्ली में बीजेपी को 43, उत्तरी दिल्ली में 76 और दक्षिणी दिल्ली में 60 सीटें मिल सकती हैं। इसका मतलब यह है कि बीजेपी एक बार फिर प्रचंड जीत हासिल करने जा रही है।

सर्वे: AAP का 272 में से 218 सीटें जितने का दावा –

पंजाब विधानसभा चुनावों पर किए गए सर्वे को जैसे केजरीवाल ने नकारते हुए खुद को 100 से अधिक सीटें जीतते हुए बताया था और मुख्यमंत्री बनाने का सपने देखने लगे थे ठीक वैसे ही केजरीवाल एंड पार्टी ने एबीपी न्यूज-सी वोटर के इस सर्वे को भी नकार दिया है। दरअसल, केजरीवाल की पार्टी के नेता आशीष खेतान ने कहा कि दिल्ली में रविवार को होने वाले MCD चुनाव में AAP पार्टी 272 सीटों में से 218 सीटें जीतेगी। केजरीवाल एंड पार्टी की ओर से इस तरह की बयानबाजी कोई नई बात नहीं है वो हर बड़ी हार से पहले खुद की जीत का दावा करते ही हैं।

सर्वे: हार की हैट्रिक लगाएंगे अरविंद केजरीवाल –

Delhi MCD polls survey

सी वोटर का सर्वे में बीजेपी की जीत के दावे के पीछे दो वजह है। पहला, बीजेपी विरोधी वोटों का कांग्रेस और आप के बीच बंटवारा। दूसरा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर देश की जनता का विश्वास। इस बार का MCD चुनाव बीजेपी की मोदी सरकार और दिल्ली में AAP की केजरीवाल सरकार के कामकाज पर होना है। हालांकि, दोनों नेता विकास के दावे करते हैं, लेकिन केजरीवाल ने सिर्फ दावे ही किए हैं। केजरीवाल ने एक बार फिर दिल्लीवालों को पानी माफ, बिजली का बिल हाफ और हाउस टैक्स खत्म करने का लालच दिया है लेकिन दिल्ली की जनता इस बार केजरीवाल के बहकावे में नहीं आने वाली।

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