बॉलीवुड

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, पद्मश्री से सम्मानित है ब्रम्हानंदम, इनका परिवार भी चर्चा में..

देश में आजकल बॉलीवुड से ज्यादा साउथ की फिल्मों को पसंद किया जाने लगा है. इसका सबसे बड़ा सबूत बाहुबली और KGF की सफलता से साफ़ देखने को मिलता है. यह दोनों ही फिल्में एक्शन से भरपूर थी. इसके अलावा भी ऑडियंस इंटरनेट, यू ट्यूब आदि प्लेटफॉर्म्स पर साउथ की फिल्में देखना ज्यादा पसंद करती है. साउथ की अमूमन कई फिल्मों एक बात जो कॉमन होती है वह है कॉमेडी. वहां की हर फिल्मों में एक्शन के साथ कॉमेडीका तड़का भी होता है.

इस कॉमेडी को जोरदार बनाते हैं वहां के मशहूर कॉमेडियन ब्रह्मानंदम. ब्रह्मानंदम ने हाल ही में अपना 65वां जन्मदिन मनाया. ब्रह्मानंदम साउथ इंडस्ट्री का एक जाना माना चेहरा है. साउथ की हर दूसरी फिल्म में उनकी नायाब अदाकारी देखने को मिलती है. हम यह भी कह सकते है कि साउथ इंडस्ट्री उनके बिना अधूरी है. आज हम आपको बताने वाले है. ब्रह्मानंदम की फैमिली के बारे में.

कॉमेडियन ब्रह्मानंदम 1 फरवरी, 1956 को आन्ध्र प्रदेश के साटेनापल्ली जिले के मुपल्ला गांव में पैदा हुए थे. अभिनेता ब्रह्मानंदम अपने माता-पिता की 8 संतानों में से 7वी संतान है. ब्रह्मानंदम की पत्नी का नाम लक्ष्मी अलापति है, वह हाउस वाइफ है. उनके दो बेटे हैं. ब्रह्मानंदम के बड़े बेटे का नाम राजा गौतम तथा छोटे का नाम सिद्धार्थ है. उनके बड़े बेटे राजा गौतम ने वर्ष 2004 में फिल्म ‘पल्लाकिलो पेल्लि कुटुरु’ से साउथ इंडसट्री में कदम रखा था.

24 अक्टूबर, 2012 को राजा गौतम ने सिनेमैटोग्राफर श्रीनिवास रेड्डी की बेटी ज्योत्सना से हैदराबाद में विवाह रचाया था. उनकी पत्नी ज्योत्सना एक हाउसवाइफ हैं. ब्रह्मानंदम के बेटे की शादी में साउथ के बड़े बड़े नामों ने शिरकत की थी. चिरंजीवी से लेकर अल्लु अर्जुन समेत साउथ के कई बड़े सेलेब्स उस फंक्शन में पहुंचे थे. वहीं ब्रह्मानंदम के छोटे बेटे सिद्धार्थ के बारे में बात करे तो उनका इंट्रेस्ट एक्टिंग से ज्यादा डायरेक्शन फील्ड में है.

एक बार ब्रम्हानंदम को कॉलेज ड्रामा कॉम्पिटीशन में बेस्ट सपोर्टिंग आर्टिस्ट से सम्मनित किया गए था. यहाँ से उनका इंट्रेस्ट इस फिल्ड में और बढ़ गया. इसी समय जाने-माने तेलुगु डायरेक्टर जन्धयाला ने ब्रह्मानंदम को ‘मोद्दाबाई’ नाम से चल रहे एक ड्रामा में प्ले करते देखा. वह उनसे इतने इम्प्रेस हुए कि उन्होंने ब्रम्हानंदम को अपनी फिल्म ‘चन्ताबाबाई’ में रोल ऑफर कर दिया. ब्रह्मानंदम के अनुसार, मेरे पिता जी ने मुझे कभी नहीं बताया कि मेरे नाम का क्या मतलब है. फिर मैंने खुद ही अपने नाम का मतलब ढूढ़ने की कोशिश की तो पता लगा कि मेरे नाम का मतलब (द हैप्पीनेस ऑफ द यूनिवर्स) यानी ब्रम्हांड का आनंद है.

आपको बता दें कि ब्रह्मानंदम का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी लिखा गया है. यह रिकॉर्ड 2007 में एक ही भाषा में 700 से अधिक फिल्मों में अभिनय करने के लिए लिखा गया था. इसके अलावा सिनेमा में उनके बहुमूल्य योगदान को देखते हुए उन्हें वर्ष 2009 में पद्मश्री से भी नवाज़ा गया था. यह अभिनेता तीन दशक से लंबे करियर में 1000 से अधिक फिल्में दे चुका हैं.

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