विशेष

बिल्ली का खाना खाकर करोड़ों रुपए बचाती है ये महिला, जानिए पैसों की ये अनोखी जुगाड़

हर कोई अधिक से अधिक पैसे कमाने का सपना देखता है। जब किसी इंसान के पास अधिक पैसा आ जाता है तो वह आलीशान लाइफ जीता है। महंगी से महंगी होटल में खाता है और आए दिन नई नई चीजें खरीदता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी करोड़पति महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जो करोड़ों रुपए होने के बावजूद बिल्ली का खाना खाती है। इतना ही नहीं वह यह खाना अपने घर आने वाले मेहमानों को भी खिलाती है। चलिए विस्तार से जानते हैं कि वे ऐसा क्यों करती हैं।

दरअसल हम यहां जिस महिला की बात कर रहे हैं वह उसका नाम एमी एलिजाबेथ (Aimee Elizabeth) है। एमी अमेरिका (America) के लास वेगास (Las Vegas) में रहती हैं। एमी करोड़ों रुपए की मालकिन हैं। हाल ही में वे एक टीवी शो (TV Show) में वे शामिल हुई थी जहां उन्होंने अपनी लाइफस्टाइल से जुड़े कई हैरान कर देने वाले राज़ खोले।

इसलिए खाती है बिल्ली का खाना:

एमी एलिजाबेथ ने टीवी शो में बताया कि वह अपने घर में बिल्ली का खाना खाती हैं। इसकी वजह पूछने पर उन्होंने बताया कि इससे पैसों की काफी बचत होती है। दरअसल एमी को पैसों की फिजूलखर्ची पसंद नहीं है। इसलिए वह अक्सर पैसे बचाने की जुगाड़ में लगी रहती हैं। वे अपने घर बिल्ली का खाना लाती है तो उसी में से खुद भी खा लेती हैं।

हद तो तब हो जाती है जब वे घर आए मेहमानों को भी बिल्ली का खाना (Cat Food) जैसे लाइट ग्रेवी में चिकन (Chicken) और टूना खिला देती हैं। जब एमी से पूछा गया कि क्या उन्हें बिल्ली का खाना खाने और दूसरों को खिलाने में अजीब नहीं लगता? तो इस पर वह कहती हैं कि उन्हें इस बात से कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। उनका लक्ष्य सिर्फ पैसे बचाना होता है।

38 करोड़ रुपए की है मालकिन

एमी एलिजाबेथ (Aimee Elizabeth) 38 करोड़ रुपए की मालकिन हैं। वे अपने डेली खर्चे कम कर सालभर में एक करोड़ से अधिक की सेविंग कर लेती हैं। एलिजाबेथ हर महीने 72 हजार रुपए ही खर्च करती है। वे अमीर होने के बावजूद नया नया सामान नहीं खरीदती है, बल्कि पुराने सामान से ही काम चला लेती हैं। ऐसा कर वे रोजाना करीब 80 डॉलर की सेविंग कर लेती हैं। इस आकड़े से वे एक साल में लगभग 1 करोड़ 45 लाख रुपये की सेविंग करती हैं।

17 साल पुरानी कार इस्तेमाल करती हैं।

करोड़ों रुपए होने के बावजूद एमी आज भी 17 साल पुरानी कार में घूमना पसंद करती हैं। वे कहती हैं कि इसमें थोड़ा समय जरूर लगता है लेकिन इससे काफी पैसे भी बच जाते हैं।

Back to top button