राजनीति

परेड के नाम पर हिंसा फैलाने वाले गुंडों ने पुलिस को घेर-घेरकर पीटा, वीडियो हुआ वायरल

देश की राजधानी दिल्ली ने गणतंत्र दिवस के दिन जो देखा वह इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा. आंदोलन के नाम पर किसानों द्वारा ऐसा हुड़दंग जिसे किसी आतंकवादी हमले से कम नहीं कहा जा सकता. दिल्ली की सड़कों पर हर और ट्रैक्टर ही ट्रैक्टर. जहां ट्रैक्टर नहीं पहुंचे वहां इन उपद्रवियों के पथ्तर और डंडे पहुंचे. जहां पुलिस ने इन्हे रोकने की कोशिश की तो जरा भी रहम न खाते हुए इन उपद्रवियों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया.

ये प्रदर्शनकारी सड़कों से होते हुए दिल्ली के लाल किले तक पहुंच गए. यहां पर जब इन लोगों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो इन्होने पुलिस के साथ हिंसक झड़प भी की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि पुलिस अपने आप को बचाने के लिए लाल किले की कई फीट ऊँची दीवार से कूदते नजर आ रही हैं. वीडियो में नज़र आ रहा है कि यह हुड़दंही पुलिस को लाठियों से पीट रहे है. इन हुड़दंगियों ने अपनी हिंसा में 86 पुलिसकर्मी को घायल कर दिया हैं.

दिल्ली हिंसा पर दिल्ली पुलिस जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने जानकारी दी कि ‘हिंसक भीड़ द्वारा प्रदर्शन के दौरान एडिशनल (ईस्ट) डीसीपी मंजीत के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई, सुरक्षाबलों द्वारा उन्हें समय रहते बचा लिया गया अन्यथा बहुत बड़ा हादसा हो सकता था. इसके अलावा उन्होंने बताया कि इसमें एक पुलिस अधिकारी को भी चोटें आई हैं. वहीं कई पुलिसकर्मियों को कुछ चोटें पहुंची हैं.

आपको बता दें कि इस हिंसा को लेकर ईस्टर्न रेंज में पुलिस ने 4 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. इसमें एक मामला पांडव नगर थाने में, दो गाजीपुर थाने में और एक सीमापुरी थाने में दर्ज हुआ है. पुलिस ने बताया कि इन हुड़दंगियों ने 8 DTC बस, 17 पब्लिक व्हिकल, 4 कंटेनर, 300 से ज्यादा लोहे के बेरीकेड्स को तोडा हैं. द्वारका जिले में 30 पुलिस कर्मियों को चोटें आई है. द्वारका डिस्ट्रिक्ट में तीन एफआईआर, नजफगढ़ , उत्तम नगर और बाबा हरीदास नगर थाने में दर्ज कराई गई हैं.

लाल किले पर मचाया उपद्रव
यह प्रदर्शनकारी अपने ट्रैक्टर लेकर लालकिला परिसर में पहुंच गए. इसके बाद इन्होने उस स्तम्भ पर अपना झंडा लगा दिया. जहां से प्रधानमंत्री 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. हिंसक भीड़ ने लालकिले के कुछ गुंबदों पर भी अपने झंडे लगा दिए. इससे पहले प्रदर्शनकारी हुड़दंगी आईटीओ पहुंच गए और लुटियंस इलाके की तरफ बढ़ने लगे. इस दौरान इन पर पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा.

आपको बता दें कि पुलिस ने किसानों को शर्त के साथ परेड निकालने की मंजूरी दी थी. लेकिन किसानों ने नियमों की अनदेखी की और कानून को तोड़ते हुए दिल्ली में घुस कर उपद्रव मचाया. अब पुलिस मामले में तहकीकात कर आरोपियों को ढूंढ रही है. सभी आरोपी वीडियो और तस्वीरों के माध्यम से दिल्ली पुलिस द्वारा चिन्हित किये जा चुके है. कई उपद्रवी दिल्ली से भाग कर छुप गए है. वहीं किसान संगठन इस मामले से अपना पल्ला झाड़ते नज़र आ रहे है. उल्टा वह सरकार को दोष दे रहे है कि सरकार की तरफ से व्यवस्था अच्छी नहीं थी.

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