राजनीति

विश्व गुरु बनने की और भारत, आधा दर्जन देशों को लगेगी भारत में तैयार की गई स्वदेशी वैक्सीन

कोरोना महामारी आज भी हमारे बीच मौजूद है और लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है. इसी बीच कोरोना से जंग के दौरान भारत दुनिया में एक बड़ी उम्मीद बनकर सामने आया है. आज आधी से ज्यादा दुनिया भारत में बनी कोरोना वैक्सीन मांग रही है. इन्ही सब के बीच भारत ने मंगलवार को एलान किया कि बुधवार से छह देशों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी.

भूटान, मालदीव, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश और सेशेल्स जैसे देशों को सबसे पहले कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. इन देशों को यह वैक्सीन अनुदान सहायता के रूप में दी जाएगी.

विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआइआइ) द्वारा तैयार की गई कोविशील्ड सबसे पहले मालदीव को दी जाएगी. मालदीव को एक लाख डोज दिए जाएंगे. बता दें कि मालदीव सरकार ने भारत की तरह ही सबसे पहले अपने स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में आगे रहने वाले वारियर्स और पुलिसकर्मियों को टीका लगाए जाने की योजना बनाई है.

इसके अलावा आज ही अन्य देशों भूटान, नेपाल, म्यांमार, सेशेल्स और बांग्लादेश को भी कोविशील्ड वैक्सीन भेजी जा रही है. कोविशील्ड की 20 लाख डोज गुरुवार को बांग्लादेश पहुंचेगी. इसके अलावा जानकारी मिली है कि इन देशों के अलावा कई देशों ने कोरोना वैक्सीन की जल्द सप्लाई शुरू करने के लिए भारत से बातचीत की है. इन नए नामों में अफगानिस्तान, श्रीलंका और मॉरिशस जैसे पड़ोसी देश आगे हैं. भारत द्वारा देशों को भी पहले चरण में वैक्सीन देने का ऐलान जल्द ही होने वाला है.

भूटान के पीएम ने अपने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि, उन्होंने भूटान की जनता की सुरक्षा के लिए भारत से वैक्सीन का अनुरोध किया है. भारत सरकार ने भी भूटान से भारत के रिश्ते को समझते हुए जल्द ही वैक्सीन देने का कहा है. इसी कड़ी में बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने देश को बताया कि भारत से 20 लाख वैक्सीन का अनमोल गिफ्ट 21 जनवरी को बांग्लादेश आ जाएगा.

इतना ही नहीं कंबोडिया भी भारत से वैक्सीन की मांग कर रहा है. भारत की नई राजदूत देवयानी खोबरागड़े ने जब अपना परिचय पत्र देने के लिए वहां के पीएम से मुलाकात की तो कंबोडिया के पीएम ने उनसे सबसे पहले वैक्सीन के बारे में बात की.

दक्षिण अफ्रीका भी मांग रहा
दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने भी एलान किया है कि उसे भारत से वैक्सीन फरवरी, 2021 के पहले हफ्ते में मिलने की पूरी-पूरी उम्मीद है. वैक्सीन आने के बाद वह अपनी 10 फीसद आबादी को वैक्सीन देने का काम करेगा. बता दें कि ब्राजील सरकार वैक्सीन के लिए विमान भी तैयार कर चुकी है.

विदेशों द्वारा मांगी जा रही वैक्सीन में अधिकांश ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा तैयार और एसआइआइ द्वारा विकसित की गई कोविशील्ड में रूचि दिखाई है. भारत में भी लोगों को कोविशील्ड के साथ ही स्वदेशी कोवैक्सीन को डोस दी जा रही है. कोवैक्सीन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा बनाया गया है.

गौरतलब है कि भारत सरकार पहले देश में होने वाली खपत पर ध्यान दे रहा है. उसके बाद ही अन्य देशों से करार किया जाएगा. विदेश मंत्रालय के अनुसार अन्य देशों को दोनों ही तरह की वैक्सीन उपलब्ध कराइ जा रही है.

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