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जो बाइडन के इस निर्णय से भारतीयों को पहुंचेगा बड़ा फायदा, बदलेंगे ट्रम्प के निर्णय

अमेरिका में भारी हलचल के बाद आखिरकार वो दिन आ ही गया जब जो बाइडन नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. बाइडन शपथ ग्रहण के बाद अपने कार्यकाल के शुरूआती 10 दिनों में जो काम करेंगे उसके मास्टरप्लान का एलान हो चुका है. बाइडन ने घोषणा की है कि वह डोनाल्‍ड ट्रंप के समय से चले आ रहे कुछ फैसलों को बदल देंगे.

बाइडन ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई, अर्थव्यवस्था और आव्रजन पर ज्यादा फोकस किया है. वह कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए विमानों, ट्रेनों और बसों में मास्क पहनना अनिवार्य घोषित कर देंगे.वह मुस्लिम बहुल देशों से यात्रा पर बैन को खत्‍म करने वाले है. इतना ही नहीं भारतीयों के हित में बाइडन कांग्रेस के साथ मिलकर वीजा प्रणाली, एच 1-बी वीजा में सुधार करेंगे.

अमेरिका ने नए निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन के चीफ ऑफ स्टाफ रॉन क्लैन ने कुछ सीनियर कर्मचारियों को एक प्रेस विज्ञप्ति भेजी है जिसमें कई क्षेत्रों में निर्वतमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लिए गए फैसलों को रोक लगाने का कहा गया है. मीडिया के लिए ट्रांजिशन कार्यालय द्वारा इसे रविवार को जारी किया गया.

क्लैन ने लिखा, ‘नए राष्ट्रपति बाइडन कई महत्वपूर्ण एक्शन लेंगे, न केवल ट्रंप प्रशासन से हुए सबसे बड़े नुकसान को उलटने के लिए, बल्कि अमेरिका राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए भी’

बाइडन सरकार में वीजा पर रहने वालों को मिलने वाली है नई सौगात

शायद यह खबर अमेरिका में वीजा लेकर रहने वालों के लिए बेहद ही लाभकारी होने वाली है. ज्ञापन के अनुसार बुधवार को अपने कार्यालय के पहले बाइडन एक आव्रजन बिल प्रस्तावित करेंगे. इसमें विवरण नहीं दिया, लेकिन कहा कि बाइडन प्रणाली को ‘सम्मानपूर्वक बहाल करने के अपने वादे’ को निभाएंगे.

बाइडन ज्ञापन में कहा कि वह कांग्रेस के साथ वीजा प्रणाली, एच 1-बी वीजा में सुधार करने के लिए काम करेंगे, ताकि वीजा पर रहने वाले लोगों को नौकरी स्विच करने की अनुमति मिल जाए. बता दें कि इससे भारतीयों को काफी फायदा हो सकता है. उनके घोषणापत्र के अनुसार 1.1 करोड़ अवैध प्रवासियों को वैध बनाने का कहा गया था, इनमें से लगभग 500,000 भारतीय हैं.

अमेरिका में और क्या बदलने वाला है.
इन सब घोषणाओं के अलावा क्लेन ने कहा कि बाइडन अपने काम में तेज़ी लाते हुए दर्जनों कार्यकारी आदेश, राष्ट्रपति के ज्ञापन और कैबिनेट एजेंसियों को निर्देश के माध्यम से अभियान के वादों को पूरा करने की कोशिश कर रहे है. ज्ञात हो कि डेमोक्रेट्स ने कांग्रेस से बचने के लिए कार्यकारी आदेशों का सहारा लेने के लिए डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना भी की थी और इसी बात पर जोर देते हुए, क्लैन ने कहा कि बाइडन की हर एक कार्रवाई अच्छी तरह से स्थापित कानूनी सिद्धांत पर ही आधारित होगी. उनके अनुसार बाइडेन पदभार ग्रहण करने के बाद पेरिस जलवायु समझौते में शामिल होने पर फिर से बात कर सकते है, जिससे ट्रंप प्रशसान ने अमेरिका को अलग कर लिया था.

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