अध्यात्म

रविवार को भगवान सूर्य देव के इन 12 नामों का कर दें जाप, मिल जाएगा मनचाहा वरदान

हिन्दू धर्म ग्रंथों में सूर्य को देव का दर्ज दिया गया है और ये एक मात्र ऐसे देवता हैं जिनके साक्षात रोजाना दर्शन होते हैं। भक्त रोजाना इनको देखकर पूजा कर सकते हैं। भगवान सूर्य देव की पूजा रविवार के दिन करना बेहद ही लाभदायक होता है और जो लोग इनका पूजन इस दिन सच्चे मन से करते हैं, उन लोगों के जीवन में ऊर्जा की कभी भी कमी नहीं होती है। इनकी विधि-विधान से पूजा करने से मानसिक शांति और सेहत भी सही बनीं रहती है। साथ में ही हर कामना को भी सूर्य देव पूर्ण कर देते हैं।

सूर्य देव के किसी भी मंत्र का जाप अपनी सुविधानुसार करने से जल्द ही फल की प्राप्ति होती है। दरअसल सूर्य देव यश का कारक होते हैं, मान सम्मान में वृद्धि कराता है। अगर कुंडली में सूर्य शुभ होकर कमजोर है। तब इनके किसी भी एक मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप की संख्या 7,000 होनी चाहिए। मंत्र के जाप को आप रविवार के दिन ही करें।

सूर्य देव की कृपा पाने के लिए इनकी पूजा विधि अनुसार करें और पूजा के बाद इन्हें जल भी जरूर अर्पित करें। सूर्य देव की पूजा व अर्घ्य देने की विधि इस प्रकार है-

सूर्य देव की पूजा विधि

सूर्य देव को प्रसन्न करना बेहद ही सरल है। ग्रंथों के अनुसार सूर्य देव को अर्घ्य देने से ये प्रसन्न हो जाते हैं और जातक की हर कामना को पूर्ण कर देते हैं।

1.रविवार के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा करनी चाहिए। पूजा हेतु आप सुबह सबसे पहले स्नान कर लें। उसके बाद सूर्य देव की पूजा करें और इनके 12 नामों का जाप करें। ऐसा करने से मन चाही चीज हासिल हो जाएगी। सूर्य देव के 12 नाम नीचे बताए गए हैं।

2. इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें। अर्घ्य देने के लिए एक तांबे के लौटे में जल भर लें। फिर इसके अंदर एक लाल रंग का फूल व चावल डाल दें।

3. अब इस जल को सूर्य देव को देखते हुए अर्पित करें। जल अर्पित करते समय आप परिक्रमा भी ले सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की परिक्रमा का संख्या एक या सात हो।

4. जल अर्पित करने के बाद हाथ जोड़कर सूर्य देव की ओर मुंह करें। फिर सूर्य देव को देखते हुए उनके मंत्रों का जाप करें। सूर्य देव से जुड़े कुछ मंत्र नीचे दिए गए हैं।

सूर्य देव के 12 नाम इस प्रकार हैं –

* ॐ सूर्याय नम:

* ॐ भास्कराय नम:

*ॐ रवये नम:

*ॐ मित्राय नम:

* ॐ भानवे नम:

* ॐ खगय नम:

* ॐ पुष्णे नम:

* ॐ मारिचाये नम:

* ॐ आदित्याय नम:

* ॐ सावित्रे नम:

* ॐ आर्काय नम:

* ॐ हिरण्यगर्भाय नम:

सूर्य देव के मंत्र

सूर्य वैदिक मंत्र-

ऊँ आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यण्च ।
हिरण्य़येन सविता रथेन देवो याति भुवनानि पश्यन ।।

सूर्य के लिए तांत्रोक्त मंत्र-

ऊँ घृणि: सूर्यादित्योम
ऊँ घृणि: सूर्य आदित्य श्री
ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय: नम:
ऊँ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:

सूर्य नाम मंत्र-

ऊँ घृणि सूर्याय नम:

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