राजनीति

ससुराल वालों को मुस्लिम महिला ने दी धमकी, कहा – सुधर जाओं नहीं तो ‘हिंदू बन जाऊंगी’

नई दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी ने जब से तीन तलाक का मुद्दा उठाया है, रोज नए-नए मामले सामने आने लगे हैं। मुस्लिम महिलाओं ने भी इस कुरीति के खिलाफ भारी संख्या में बीजेपी को वोट दिया। देश की मुस्लिम महिलाओं को इस कुरीति के खिलाफ आवाज उठाने का साहस मिला है। वर्षों से तीन तलाक और हलाला जैसे अत्याचार झेल रही इन मुस्लिम महिलाओं को केन्द्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार से काफी उम्मीदे हैं। अभी हाल ही में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी इस बात पर अपनी सहमति जताई है कि वह अगले 18 महिनों में तीन तलाक को खत्म कर देगा। Muslim woman accept Hinduism.

मुस्लिम महिला की धमकी….हिंदू बन जाऊंगी –

एक तरफ जहां मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के खिलाफ अपनी आवाज उठा रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ वो अब अपने ससुराल वालों और पति से भी नहीं डर रहीं। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का एक मामला सामने आया है जिसमें पति और ससुराल वालों ने जब मुस्लिम महिला को घर में नहीं घुसने दिया गया तो उसने अपने परिवार वालों को हिंदू धर्म अपना लेने की धमकी दे दी।

दरअसल, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की निवासी रिहाना का निकाह 2012 में जमालपुर के मोहम्मद शरीफ से हुआ था। निकाह के बाद से ही दोनों के बीच झगड़े होने लगे। पति से लड़ाई होने के बाद वह कुछ महीनों के लिए अपनी बेटी को लेकर अपने माता-पिता के घर चली गई थी। जब वह दोबारा ससुराल में रहना चाहती है तो ससुराल वाले उसे रखना नहीं चाहते। महिला की मदद करने के लिए हिंदू महासभा के स्थानीय नेता वहां पहुंचे हैं।

तीन तलाक 18 महीने में होगा खत्म –

एक तरफ जहां पूरे देश में तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठ रही है और तीन तलाक को खत्म करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। तो वहीं, दूसरी तरफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रमुख सदस्य द्वारा तीन तलाक को डेढ़ साल में खत्म करने को लेकर दिए गए बयान से कुछ उम्मीद बनी है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य के इस बयान को ‘भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन’ (बीएमएमए) ने सही ठहराया है।

‘भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन’ (बीएमएमए) ने बयान को सही बताते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से यह सवाल भी किया है कि आखिर आपको तीन तलाक को खत्म करने के लिए 18 महीने का वक्त क्यों चाहिए। इसके खिलाफ उलेमा लोग अभी इसको खत्म करने का ऐलान क्यों नहीं करते?

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