बॉलीवुड

अपनी मौत को लेकर बड़ी भविष्यवाणी कर चुके थे ओम पुरी, घर में नग्न अवस्था में पाए गए थे मृत

हिंदी सिनेमा में कई ऐसे दिग्गज़ कलाकार रहे हैं, जो आज इस दुनिया में नहीं है लेकिन आज भी वे अपनी अदाकारी और अपने काम के चलते याद किए जाते हैं. ऐसे ही एक अभिनेता है ओम पुरी. ओम का तीन साल पहले निधन हो गया था, लेकिन उन्हें उनके काम के कारण उनके फैंस आज भी याद करते हैं. आइए आज ओम पुरी की कुछ ख़ास बातों से आपको अवगत कराते हैं…

ओम पुरी ने हिंदी सिनेमा की कई फिल्मों में काम किया है. वे एक पंजाबी परिवार में जन्में थे. ओम का जन्म 18 अक्टूबर 1950 को अम्बाला में हुआ था. बताया जाता है कि, ओम पुरी का शुरुआती जीवन काफी गरीबी में बीता है. उनके पिता भारतीय रेलवे में काम करते थे. ओम एक शानदार अभिनेता तो थे ही साथ ही वे एक आम आदमी का चेहरा भी थे.

ओम पुरी ने रेलवे स्टेशन पर बर्तन भी साफ़ किए हैं. वे कई बार अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बता चुके थे. उन्होंने की साक्षात्कार में बताया है कि, उनका जीवन बेहद गरीबी में गुजरा है. बता दें कि, करीब 22 साला की उम्र में ही ओम पुरी ने अपने करियर की शुरुआत कर दी थी. उन्होंने लगभग 45 साल तक फिल्मों में काम किया.

6 साल की उम्र में बर्तन साफ़ करते थे…

ओम पुरी के परिवार की आर्थिक हालात किस हद तक खराब थी इस बात का अंदाजा इसी बायत से लगाया जा सकता है कि, महज 6 साल की छोटी सी उम्र में ही ओम टी स्टॉल पर चाय के बर्तन साफ किया करते थे. लेकिन उनका सपना था कि वे फिल्मों में काम करे और जब वे बड़े हुए तो उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला लिया. आपको जानकारी के लिए बता दें कि, दिग्गज़ अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ओर ओम पुरी ने एक साथ नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में पढ़ाई की थी. दोनों अभिनेता उम्र में भी लगभग बराबर ही थे.

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में पढ़ाई करने के बाद ओम पुरी सिनेमा की दुनिया से परिचित हुए. ओम पुरी ने अपने करियर की शुरुआत हिंदी नहीं बल्कि मराठी सिनेमा से की थी. वे पहली बार मराठी फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ में देखने को मिले थे. यह फिल्म साल 1976 में आई थी. वहीं साल 1983 में हिंदी फिल्म ‘अर्ध सत्य’ में काम कर लोगों ने उन्हें नोटिस किया.

मराठी और हिंदी भाषा के साथ ही ओम ने और भी कई भाषाओं की फिल्मों में भी अपने अभिनय का हुनर दिखाया. इतना ही नहीं वे टीवी धारावाहिकों में भी देखने को मिले हैं. बॉलीवुड फिल्मों की बात करें तो ‘आक्रोष’, ‘अर्धसत्य’, ‘घायल’, ‘चाची 420’ और ‘मकबूल’ जैसी शानदार फ़िल्में ओम पुरी ने दी हैं. जबकि वे अंग्रेजी फिल्म ‘जॉय’, ‘वूल्फ’, ‘द घोस्ट एंड द डार्कनेस’ जैसी कई फिल्मों में भी अपने शानदार अभिनय से लोगों का मनोरंजन कर चुके हैं.

एक बार एक साक्षात्कार में ओम पुरी ने अपनी मृत्यु को लेकर बात की थी. उन्होंने यह कहकर सबको चौंका दिया था कि, मेरी मौत अचानक ही होगी. बाद में हुआ भी कुछ ऐसा ही था. ओम ने 2015 में एक साक्षात्कार में बताया था कि, ”मृत्यु का तो आपको पता भी नहीं चलेगा. सोए-सोए चल देंगे। (मेरे निधन के बारे में) आपको पता चलेगा कि ओम पुरी का कल सुबह 7 बजकर 22 मिनट पर निधन हो गया” आगे ओम पुरी मुस्कुरा देते हैं.

आपको बता दें कि, ओम पुरी ने 6 जनवरी 2017 को 66 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. वे अपने घर में नग्न अवस्था में मृत पाए गए थे. डॉक्टर्स के मुताबिक़, ओम पुरी की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई थी.

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