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अनाथ बच्चियों का डॉ. कोमल बनीं सहारा, पति से अलग होकर कर रही हैं बेटियों की परवरिश

डॉ. कोमल यादव ने दो अनाथ बच्चों की जिंदगी सवारने के लिए अपनी खुशियों से मुंह मोड़ लिया और अपने पति से अलग हो गई। डॉ. कोमल यादव की साल 2016 में शादी हुई थी। शादी से पहले ही इन्होंने दो लड़कियों को गोद लिया था और इन लड़कियों की देखभाल मां की तरह कर रही थी। इसी बीच कोमल के पिता ने उनका रिश्ता पक्का कर दिया। कोमल ने शादी से पहले अपने ससुराल वालों के सामने एक शर्त रखी और कहा कि वो खुद का कोई भी बच्चा नहीं करेगी और गोद ली बेटियों की देखभाल करेगी। शादी के वक्त कोमल के ससुराल वाले और पति ने ये बात मान ली। लेकिन शादी के बाद कोमल और उनके पति के बीच बच्चियों को लेकर विवाद होने लगा। जिसके बाद कोमल ने अपनी ये शादी तोड़ दी।

डॉ. कोमल यादव के हाथों ही इन दो बच्चियों का जन्म हुआ है। इन दोनों बच्चियों के पिता का निधन इनके जन्म के छह महीने पहले ही हो गया था। इन बच्चियों की मां की पहले ही दो बेटियां थी। इसलिए अस्पताल मेंं इनका जन्म होने के बाद इनकी मां इन्हें वहां छोड़कर भाग गई। कोमल ने ही इन जुड़वा लड़कियों का जन्म करवाया था। इसलिए कोमल का इनसे दिल का नाता जुड़ गया। वहीं जब डॉ. कोमल यादव को इनके अनाथ होने का पता चला। तो कोमल ने इन्हें गोद ले लिया और इनकी देखभाल शुरू कर दी।

वर्ष 2014 में एमएस की पढ़ाई महाराष्ट्र से करने के बाद कोमल फर्रुखाबाद में मेजर एसडी सिंह मेडिकल कॉलेज में नौकरी करने लेगी। साथ में ही ये आवास विकास कालोनी स्थित नर्सिंगहोम में भी सेवाएं देने लगी। डॉ. कोमल ने 18 अक्तूबर 2015 को नर्सिंगहोम में भर्ती महिला का प्रसव कराया। लेकिन जुड़वा लड़की होने के बाद महिला वहां से भाग गई। जिसके बाद कोमल बच्चियों की मां बन गई और इन्हें अपने साथ घर ले आई। कोमल के इस फैसले में उनके माता पिता ने भी उनका साथ दिया।

बुलंदशहर की रहने वाली कोमल बच्चियों को गोद लेने के बाद इन्हें अपने साथ हिमाचल प्रदेश लेकर चले गई और वहीं नौकरी करने लगीं। इसी बीच कोमल के पिता सीताराम यादव ने उनकी शादी चंडीगढ़ में एक व्यापारी से तय कर दी। शादी से पहले ही डॉ. कोमल ने पति और ससुरालीजनों को ये बता दिया था कि वो खुद अपने बच्चे को जन्म नहीं देंगी और गोद ली बेटिओं को मां की तरह पालेंगी। उस समय कोमल के पति और ससुराल वालों ने ये बात मान ली। लेकिन शादी होने के एक साल बाद ही दंपती में मतभेद हो गए। जिसके बाद दोनों आपसी रजामंदी से अलग हो गए।

वहीं पति से अलग होने के बाद से कोमल तीन वर्षों से चंडीगढ़ में ही अपना क्लीनिक चला रही हैं। साथ में ही दो निजी अस्पतालों में नौकरी भी कर रहीं हैं। दोनों बेटियां रीत और रिदम अब पांच वर्ष की हो चुकी हैं। वो चंडीगढ़ के मानव मंगल स्कूल में केजी में पढ़ रही हैं। डॉ. कोमल ने बताया कि बेटियों ने उन्हें जीना सिखाया।

कोमल ने कहा कि वो रीत और रिदम का भविष्य अच्छा बनाना चाहती हैं। शुरुआति दिनों में बेटियों की परवरिश में नर्सिंगहोम स्टाफ और उनकी मां की भी मुख्य भूमिका रही है। इसी महीने कोमल ने चंडीगढ़ में एक घर भी खरीद लिया है। कोमल का कोई भाई नहीं है। छोटी बहन है जो कि डॉक्टर बनकर दिल्ली में नौकरी कर रही है। मां उनके साथ रहती हैं। इन दिनों कोमल की बेटियां उनकी मां के साथ बुलंदशहर गई हैं। 24 जनवरी को वो उन्हें लेने जाएंगी। कोमल की कहानी सोशल मीडिया पर काफी फेमस हो रही और हर कोई कोमल की तारीफ कर रहा है। बेटियों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कोमल की फोटो को हर कोई लाइक ओर शेयर कर रहा है।

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