समाचार

मां ने दूधमुंही बच्ची को मंदिर के गेट पर छोड़ा, अब उसे गोद लेने के लिए दो माताएं आ गई सामने

धनबाद में एक सगी मां अपनी नवजात बेटी को कड़कड़ाती ठंड में मंदिर के गेट पर छोड़ चली गई। बेटी को लावारिस हुए कुछ ही समय हुआ था कि उसे एक साथ दो – दो मां मिल गई। अब यह दोनों अंजान महिला इस बच्ची को गोद लेने की जिद पर अड़ी है। धनबाद की बेटी की यह कहानी जिसने भी सुनी उसकी आंखें नम हो गई।

दरअसल धनबाद के तिसरा थाना क्षेत्र में बीते मंगलवार एक मां अपनी फूल सी नाजुक बेटी को गोल्डन पहाड़ी शिव मंदिर के गेट पर भीषण ठंड में छोड़ गई। जल्द ही इस बच्ची को देखने भीड़ जमा हो गई। इसी दौरान वहां के इलाके में रहने वाली एक महिला पिंकी देवी  ने बच्ची को अपनी गोद में उठा लिया। कुछ देर बार तीसरा थाना की पुलिस भी मौके पर आ पहुंची। इसी थाने में चौकीदार के पद पर तैनात जया देवी ने भी वहां आकर बच्ची को गोद में उठा लिया।

अब यह दोनों महिलाएं इस लावारिस बच्ची को गोद लेने के लिए आपस में लड़ रही है। स्थानीय पिंकी देवी का कहना है कि ‘मुझे पिछले दस सालों से कोई बच्चा नहीं हुआ है। यह बच्ची शिव भगवान ने मुझे दी है। मैं ही इसे गाड़ी से हॉस्पिटल लाई हूं। मेरा कोई बच्चा नहीं है। इसलिए मैं ही इसका लालन पालन करूंगी।’

दूसरी तरफ तीसरा थाना की चौकीदार जया देवी कहती हैं कि ‘मेरी एक बेटी है जिसका कई सालों से कोई बच्चा नहीं हुआ है। मैं इस बच्ची को उसे देना चाहती हूं। वहीं इसका लालन पालन करेगी। हम इस बच्ची को लेकर बहुत उत्साहित हैं।’

अधिक ठंड के चलते बच्ची की तबीयत बिगड़ गई है। इसलिए उसे पुलिस ने इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच अस्पताल में भेज दिया है। हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक्स वार्ड के एनआईसीयू में बच्ची का इलाज चल रहा है। बाहर दो महिलाएं बच्ची के स्वस्थ होने का बेसब्री से इस उम्मीद में इंतजार कर रही हैं कि उनके घर एक नन्हा मेहमान आ जाएगा।

इस मामले में एसएनएमएमसीएच अधीक्षक डॉ एके चौधरी ने बताया कि बच्ची का इलाज चल रहा है। इस लावारिश बच्ची की सूचना चाइल्ड वेलफेयर को दे दी है। वहीं बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी विद्योत्तमा बंसल के अनुसार बच्ची को गोद लेने के लिए दोनों महिलाओं को पहले सरकारी प्रकिया से गुजरना पड़ेगा। कारा(CARA) में रजिस्ट्रेशन, परिवार की वेरिफिकेशन और अन्य जांच होने के बाद ही कानूनी प्रक्रिया से चुने गए परिवार को बच्ची को सौंपा जाएगा।

Back to top button