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मामूली दुकानदार की बेटी ने IAS बनकर बढ़ाया पिता का मान, बिना कोचिंग अपने दम पर पाई सफलता

जीवन में सफलता उसी को मिलती है जिसके हौसले मजबूत हो और कुछ करने का जुनून सवार हो। जी हां, अगर इंसान मेहनत करे तो उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है। कई बार देखा गया है कि सुख-सुविधाओं से संपन्न नौजवान भी अपने जीवन में कामयाबी की शिखर तक नहीं पहुंच पाते, परंतु सुख-सुविधाओं से वंचित युवा कई बार अपने दृढ़ संकल्पों के साथ कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिसकी वजह से दुनिया भर में इनका नाम गूंजने लगता है। ऐसे कई लोग हैं जो सभी प्रकार की मुश्किलों को पार करते हुए करियर की बुलंदियों को हासिल कर रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसा ही जीता जागता उदाहरण देने जा रहे हैं। हम आपको देश की एक ऐसी बिटिया के बारे में जानकारी देने वाले हैं, जिसने बिना कोचिंग अपने दम पर यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में टॉप किया है। इतना ही नहीं बल्कि ये लड़की इससे पहले भी गोल्ड मेडल जीतकर झंडे गाड़ चुकी थीं।

यूपीएससी की परीक्षा कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है, जिसमें लोग एक बार सफलता प्राप्त करने के लिए तरसते हैं। वही कुछ कैंडिडेट्स ऐसे भी होते हैं जो अपनी कड़ी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंच जाते हैं। हम आपको जिस लड़की के बारे में जानकारी दे रहे हैं उसका नाम नमामि बंसल है, जिसने वर्ष 2017 की उत्तराखंड यूपीएससी में टॉप करके अपने पिता का मान बढ़ाया है।

आपको बता दें कि नमामि बंसल लाजपत राय मार्ग ऋषिकेश की निवासी हैं। इनके पिता राजकुमार बंसल का ऋषिकेश में ही बर्तन की दुकान है। एक दिन जब इनके पास फोन आया कि उनकी बेटी आईएएस की परीक्षा में पास हो गई है तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। नमामि बंसल ने अपनी प्राथमिक स्तर से लेकर इंटर तक की शिक्षा एनडीएस गुमानीवाला से ग्रहण की। दसवीं कक्षा में इनके 92.4 प्रतिशत अंक आए थे और इंटर में इनके 94.8 प्रतिशत अंक आए थे। स्कूल में यह पढ़ने में बहुत ज्यादा होशियार थीं। इतने अच्छे अंक लाकर इन्होंने ऋषिकेश का नाम रोशन किया।

नमामि बंसल ने बीए अर्थशास्त्र ऑनर्स लेडी श्री राम कॉलेज दिल्ली और एमए ओपन यूनिवर्सिटी हल्द्वानी से अर्थशास्त्र विषय से किया है। आपको बता दें कि एमए में ओपन यूनिवर्सिटी की नमामि बंसल टॉपर रही हैं। नमामि को राज्यपाल के के पॉल ने 17 अप्रैल 2017 को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया था। बातचीत के दौरान नमामि बंसल ने यह बताया था कि परीक्षा पास करने के लिए उन्होंने किसी भी प्रकार की कोचिंग नहीं ली है। इंटरनेट की सहायता से इन्होंने विषयों की तैयारी की थी। अपने दम पर इन्होंने परीक्षा पास की है।

नमामि बंसल का ऐसा कहना है कि अगर परीक्षा की तैयारी के लिए इंटरनेट का सही उपयोग की किया जाए तो इससे जानकारियां जुटाई जा सकती हैं। कोचिंग और किताबों से बेहतर हमें जानकारियां इंटरनेट पर प्राप्त हो सकती हैं। नमामि बंसल ने इंटरनेट को ही पढ़ाई का सबसे अच्छा माध्यम बताया है। आपको बता दें कि तीर्थ नगरी स्थित लाला लाजपत राय मार्ग की निवासी नमामि बंसल ने संघ सेवा आयोग (UPSC) की सिविल परीक्षा 2016 में 17वीं रैंक हासिल की है। नमामि बंसल ने परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को यह सलाह दी है कि असफलता मिलने की स्थिति में वह अपना धैर्य ना खोएं। खुद का आत्मविश्वास बनाए रखें। अगर आप परीक्षा में सफल होना चाहते हैं तो धैर्य, मेहनत और खुद पर विश्वास होना बहुत ही आवश्यक है।

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