राजनीति

योगी ने बदला ‘मुगल म्यूजियम’ का नाम, उत्तरप्रदेश में गुलामी के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘मुगल म्यूजियम’ का नाम बदल दिया है और इस म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज नाम दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले का बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने स्वागत किया है और अपनी खुशी जाहिर की है। कंगना रनौत ने ट्वीट कर कहा है कि जैसे महान नेता बाला साहेब ठाकरे का रक्त संबंध बिहार से है। कई लोग ये भी कहते हैं कि महान शिवाजी महाराज का रक्त संबंध जयपुर के राज परिवार से है। मैं हिमाचल में पैदा हुई लेकिन मेरे पूर्वज रनौत उदयपुर से आए। हमारी कुल देवी मां अंबिका उदयपुर में हैं। इतना ही नहीं कंगना ने सीएम योगी के ट्वीट को रीट्वीट भी किया है।


सीएम योगी ने ट्वीट कर ‘मुगल म्यूजियम’ का नाम बदलने की जानकारी दी थी और लिखा था कि आगरा में निर्माणाधीन म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाएगा। आपके नए उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं। हम सबके नायक शिवाजी महाराज हैं। जय हिन्द, जय भारत।


गौरतलब है कि सीएम योगी ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कांफ्रेंस की थी। जिसके माध्यम से आगरा मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान इनके द्वारा ये आदेश दिया गया था। इन्होंने कहा था कि  “मुगल हमारे नायक कैसे हो सकते हैं। छत्रपति शिवाजी का नाम राष्ट्रवाद और आत्मसम्मान की भावना का संचार करेगा।” आपको बता दें कि इस म्यूजियम को बनाने के लिए पिछली अखिलेश यादव सरकार ने साल 2015 में मंजूरी दी थी।

कब तैयार होगा ये म्यूजियम

ये म्यूजियम ताजमहल के पूर्वी गेट के नजदीक बन रहा है। इस म्यूजियम में मुगलों के दौर में हासिल की गई राजनीतिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस म्यूजियम को शानदार तरीके से बनाया जा रहा है और ये लगभग 52 वर्ग मीटर क्षेत्र में बन रहा है। इस संग्रहालय के निर्माण पर करीब 20 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसे बनाने का काम साल 2017 में शुरू किया गया था। जो कि साल 2019 तक पूरा हो जाना था। लेकिन अभी इस म्यूजियम का थोड़ा सा काम बचा है। वहीं अब सीएम योगी ने इस म्यूजियम का नाम बदल दिया है और इसे शिवाजी महाराज का नाम दिया है। शिवाजी महाराज हमारे देश के एक महान शासक हुआ करते थे। वहीं ये पहला मौका नहीं है जब योगी आदित्यनाथ ने जगहों के नाम बदले हों। इससे पहले इन्होंने इलाहाबाद को प्रयागराज कर दिया था।

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