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कंगना के खिलाफ हुआ केस दर्ज, CM उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक भाषा का लगाया गया आरोप

अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ विक्रोली थाने में FIR दर्ज करवाई गई है। जिसमें कंगना पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। अपनी बात को साबित करने के लिए शिकायत में कंगना के ट्वीट्स भी अटैच किए गए हैं और कंगना के वीडियो का भी जिक्र है।

दरअसल कल कंगना रनौत के दफ्तर में तोड़फोड़ की गई थी। जिसके बाद कंगना ने कई सारे ट्वीट किए थे और साथ में ही एक वीडियो भी अपलोड की थी। एक वीडियो में कंगना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कहा था कि उद्धव ठाकरे समय एक सा नहीं रहता है और वक्त का पहियां बदलता है। तुमने जो किया अच्छा किया। कंगना की इसी भाषा पर आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।

संजय राउत ने किया खुद को किनारे

कल जिस तरह से कंगना का दफ्तर तोड़ा गया, उसपर शिवसेना नेता संजय राउत का बयान भी आया है और संजय राउत ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है। इन्होंने कहा कि कंगना के ऑफिस की ये हालत बीएमसी ने की है। इसका शिवसेना से कोई लेना-देना नहीं है। आप बीएमसी कमिश्नर या मेयर से बात कर सकते हैं।

वहीं कंगना के वकील र‍िजवान ने इस मुद्दे पर कहा कि हम पूरी तैयारी के साथ कोर्ट जा रहे हैं। हम कोर्ट के सामने पूरा पक्ष रखेंगे। ये गैरकानूनी है। बीएमसी की इस कार्यवाही से दफ्तर में लगभग 2 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

हिमाचल सीएम ने दिया कंगना का साथ

कंगना के साथ जो कुछ भी मुंबई में हुआ, उसपर हिमाचल के मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर का बयान भी आया है और इन्होंने ट्वीट कर कहा कि हम हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं कर सकते। महाराष्ट्र सरकार ने हिमाचल की बेटी कंगना रणौत के साथ जो राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से अत्याचार किया है यह अत्यंत चिंताजनक एवं निंदनीय है। हमारी सरकार व देश की जनता इस घटनाक्रम में हिमाचल की बेटी कंगना के साथ खड़ी है।

IMPPA प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने भी किया कंगना का समर्थन

इस मामले में बीएमसी की हर कोई आलोचना कर रहा है। कंगना के सपोर्ट में कई लोग आ चुके हैं और अब IMPPA प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने भी कंगना का समर्थन क‍िया है। इससे पहले अभिनेता अनुपम खेर ने भी बीएमसी के कदम को गलत और अफसोसजनक बताया था।

क्या है पूरा मामला

शिवसेना के नेता संजय राउत और कंगना के बीच कई दिनों से जुबानी जंग चल रही थी। कंगना ने मुंबई को POK कहा था। जिसके बाद संजय राउत ने कंगना को मुंबई ना आने की धमकी दी थी। साथ में ही कंगना के खिलाफ गलत भाषा का प्रयोग भी किया था। कंगना और शिवसेना के बीच चल रही इसी जंग के बीच बीएमसी ने कंगना के दफ्तर का दौरा कर वहां पर एक नोटिस चिपका दिया और दफ्तर के कुछ हिस्से को अवैध करार दिया। कंगना को जवाब देने के लिए महज 24 घंटे का समय दिया गया था। कंगना के वकील ने 24 घंटे के अंदर बीएमसी को नोटिस का जवाब भेज दिया था। लेकिन बीएमसी ने कल सुबह 10 बजे के आसपास इनके जवाब को असंतुष्ट बताते हुए तुरंत कंगना के दफ्तर में तोड़फोड़ शुरू कर दी।

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