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NEET और JEE की परीक्षाओं को लेकर सोनू सूद ने सरकार से की अपील, कहा – ‘अभी उचित…..’

कोरोना वैश्विक महामारी के कारण हुए लॉकडाउन में प्रवासी मजूरों के मसीहा बनकर उभरे सोनू सूद लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं। इसी बीच उन्होंने छात्रों के हित के लिए सरकार से कुछ मांगें की हैं। दरअसल जेईई मेन और नीट के परीक्षा के आयोजन को लेकर सियासी सरगर्मी इन दिनों काफी तेज है। कई राज्यों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इन प्रतियोगी परीक्षाओं को कोरोना के कारण फिलहाल स्थगित किया जाना चाहिए, जबकि सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बाद केंद्र सरकार जेईई मेन और नीट परीक्षाएं आयोजित कराने की तैयारी में जुटी हुई है। उधर बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने भी केंद्र से मांग की है कि जेईई मेन और नीट की परीक्षाएं स्थगित होनी चाहिए।

गौरतलब है कि जेईई मेन और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लाखों उम्मीदवार छात्र सरकार से लगातार ये गुहार लगा रहे हैं कि कोरोना की स्थिति के मद्देनजर इन परीक्षाओं को रद्द किया जाना चाहिए। ऐसे में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने छात्रों की मांग का समर्थन करते हुए कहा है कि कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए नीट और जेईई जैसी परीक्षाओं को स्थगित किया जाना चाहिए।

सोनू सूद ने ट्वीट के जरिए छात्रों की मांग का किया समर्थन…

बता दें कि सोनू सूद ने अपने एक ट्वीट के जरिए छात्रों की मांग को जायज ठहराया है और सरकार से मांग की है कि ऐसी परीक्षा जिसमें लाखों छात्र हिस्सा लेते हों, उसे अभी की स्थिति को देखते हुए निश्चित रूप से स्थगित किया जाना चाहिए। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘देश में कोरोना की  स्थिति को देखते हुए मैं सरकार से नीट-जेईई एग्जाम को स्थगित करने की अपील करता हूं। कोरोना की स्थिति को देखते हुए हमें ज्यादा ध्यान देना चाहिए और छात्रों की जान को जोखिम में नहीं डालना चाहिए।’

सुप्रीम कोर्ट की अनुमति  के बाद परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी शुरू….

मालूम हो कि जेईई मेन और नीट की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर विरोध लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इन परीक्षाओं के आयोजन में महज एक महीने का  समय ही बचा है, ऐसे में अगर ये परीक्षाएं आयोजित होती हैं तो देखने वाली बात होगी कि सरकार द्वारा किस तरह के सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने जेईई मेन और नीट परीक्षा आयोजित कराने की अनुमति दे दी है।

जेईई मेन और नीट परीक्षाओं को लेकर सियासी सरगर्मी भी काफी तेज है, अलग अलग राज्य इन परीक्षाओं के आयोजन का विरोध कर रहे हैं। मसलन पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने परीक्षाओं के आयोजन का विरोध किया है।

ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी जी के साथ पिछले वीडियो कॉन्फ्रेंस में मैंने सितंबर 2020 के अंत तक विश्वविद्यालयों/कॉलेजों में टर्मिनल परीक्षाओं को पूरा करने के लिए UGC के दिशानिर्देशों के खिलाफ राय रखी थी। मैं फिर से केंद्र से अपील करूंगी कि वो खतरे का आकलन करें और स्थिति के फिर से अनुकूल होने तक इन परीक्षाओं को स्थगित कर दें। यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करें।

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