राजनीति

दुशमनों से मिलने पर RSS ने अमीर खान को दिखाया आईना, कहा- ‘तुम जैसे लोग ही भारतीयों के भावनाओं..

बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान के तुर्की दौरे को लेकर इन दिनों काफी बवाल मचा हुआ है और इस मुद्दे को लेकर आमिर की कड़ी.. निंदा भी की जा रही है। इसी कड़ी में अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आमिर पर निशाना साधा है। बता दें कि हाल ही में छपे आरएसएस के मुखपत्र पांचजन्य में आमिर खान को लेकर एक लंबा आर्टिकल प्रेषित किया गया है। अपने इस आर्टिकल में आरएसएस ने कहा है कि आमिर खान ने तुर्की जाकर भारतवासियों की भावनाओं को ठेंगा दिखाया है।

दरअसल आमिर खान अपनी आने वाली फिल्म लाल सिंह चड्ढा के शूटिंग के सिलसिले में तुर्की गए थे, जहां उन्होंने तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नी से मुलाकात की थी। इसके बाद से उन पर चौतरफा हमले शुरू हो गए। बता दें कि आमिर खान को सोशल मीडिया पर भी खूब ट्रोल किया गया। साथ ही उनपर कई तरह के सवाल भी खड़े किए गए। इसी कड़ी में आरएसएस ने अपने मुखपत्र पांचजन्य में आमिर खान पर जमकर निशाना साधा है।

यही आमिर इस्राइल के पीएम से नहीं मिलना चाहते- RSS

आरएसएस की प्रतिष्ठित पत्रिका पांचजन्य में आमिर खान पर निशाना साधते हुए लिखा गया है कि जिस तरह आमिर खान तुर्की जाकर एकतरह से भारतवासियों की भावनाओं को ठेंगा दिखा रहे हैं, उसे समझने की जरूरत है। एक तरफ तो आमिर खुद को सेक्युलर कहते हैं, वहीं दूसरी तरफ जब इजरायल के पीएम भारत आते हैं तो उनसे मिलने से मना करते हैं।

 

कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करता है तुर्की- RSS

आरएसएस ने अपनी पत्रिका पांजजन्य में लिखा कि अगर आमिर खान खुद को इतना सेक्युलर मानते हैं, तो खुद तुर्की जाकर शूटिंग करने की क्यों सोच रहे हैं। आगे लिखा है कि ये वही तुर्की है, जो जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करता है। इसका मतलब ये हुआ की आमिर खान पाकिस्तान का समर्थन करते हैं।

2018 में इस्राइल के पीएम नेतन्याहू से नहीं मिले थे आमिर

बता दें कि साल 2018 में पीएम मोदी के खास दोस्त इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत आए थे, इस दौरान उन्होंने एक ऐसे कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसमें कई कलाकारों से मुलाकात की। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में बतौर कलाकार आमिर खान को भी बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने इस कार्यक्रम में आने की भी जरूरत नहीं समझी थी। आमिर इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, लिहाजा उनपर सवाल उठने लगे।

मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर तुर्की हमेशा पाकिस्तान की तरफदारी करता हुआ नजर आता है। लिहाजा जब भारत ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाया, तो तुर्की ने भारत का कड़ा विरोध किया था। इस्लामिक देश होने के कारण तुर्की हमेशा से ही पाकिस्तान को हर मुद्दे पर समर्थन करता है। जबकि भारत का हमेशा से विरोध करता है।

15 अगस्त को इस्तांबुल में तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नी से मिले आमिर खान

बता दें कि जब पूरा भारत 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, तो तभी आमिर खान भारत के विरोधी देश तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नी एमीन एर्दोगन से मिल रहे थे। इस मुलाकात की कई तस्वीरें तुर्की की पहली महिला ने ट्वीटर पर शेयर की, जिसके बाद से बवाल मचना शुरू हो गया। इन तस्वीरों में तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में आमिर खान और एमीन एर्दोगन को बातचीत करते हुए देखा जा सकता है। यही नहीं एमीन ने इन तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा कि मुझे खुशी हो रही है कि आमिर खान अपनी फिल्म की शूटिंग तुर्की के अलग अलग जगहों पर करना चाहते हैं।

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