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स्वतंत्रता दिवस की बधाई देने पर जावेद अख्तर की लोगों ने लगाई क्लास, बोले- सुबह से कहां..

मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और हर मुद्दे पर अपनी राय रखते हैं। इनके द्वारा समय-समय पर कई सारे ट्वीट किए जाते हैं। ये खुलकर अपनी हर बात लोगों के सामने रखते हैं। जिसके कारण कई बार इन्हें ट्रोल भी होना पड़ता है। 15 अगस्त को लेकर भी जावेद अख्तर की और से ट्वीट किया गया था और हर बार की तरह इस ट्वीट को लेकर भी जावेद अख्तर को ट्रोल किया गया।

इस वजह से किया गया ट्रोल

जावेद अख्तर ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं फैंस को एक ट्वीट के जरिए दी थी। लेकिन इस ट्वीट के लिए इन्हें ट्रोल किया गया।  दरअसल जावेद अख्तर जो कि सोशल मीडिया पर इतने एक्टिव रहते हैं, इन्होंने इस खास दिन की बधाई देश वासियों को काफी देर से दी। जावेद अख्तर की और से ये ट्वीट 15 अगस्त को देर रात 11 बजे के बाद आया। इतनी देर बाद ट्विटर पर स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देने पर लोगों ने जमकर इनकी क्लास लगाई।

रात 11 बजकर तीन मिनट पर जावेद अख्तर ने ट्वीट कर लिखा कि ‘मेरे सभी भारतीय भाइयों और बहनों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।’ वहीं  ये ट्वीट आने पर एक यूजर्स ने कमेंट कर कहा कि सुबह से कहां थे अंकल। अन्य यूजर ने लिखा कि इतनी जल्दी क्यों विश कर रहे। कुछ दिन और रूक जाते। सीधा 26 जनवरी को ही विश करते।


Subba Rao नामक यूजर ने इन्होंने ट्रोल करते हुए कहा कि ‘चलो रात को 11 बजे तो आपको ये लिखना याद आया।’ Ravi @mancha नाम के यूजर ने लिखा, ‘भाई साहब की अब सुबह हुई है।’ जबकि IndicWing नाम के यूजर ने लिखा, ‘इनके देश का स्वतंत्रता दिवस कल था। मुझे लगता है कि ये दो दिन से हैंगओवर में थे और अभी उठे हैं। तभी तो अब जाकर ट्वीट किया है। दरअसल 14 अगस्त को पाकिस्तान देश स्वतंत्रता दिवस मनाता है।


Atul Maurya नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आपका साबून स्लो है क्या ?’ इस तरह के कई सारे कमेंट जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर आए और अधिकतर लोगों ने इन्हें ट्रोल किया है।

लाउडस्पीकर पर अजान देने पर भी किया था ट्वीट

मई महीने में जावेद अख्तर की और से एक ट्वीट किया गया था। जिसमें इन्होंने लाउडस्पीकर पर अजान देने के खिलाफ बात कई थी। इन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि ‘भारत में तकरीबन 50 साल तक लाउडस्पीकर पर अजान हराम थी। इसके बाद ये हलाल हो गई और इस कदर हलाल हुई कि इसकी कोई सीमा ही नहीं रही। अजान करना ठीक है। लेकिन लाउडस्पीकर पर इसे करना दूसरों के लिए असुविधा का कारण बन जाता है। मुझे उम्मीद कि कम से कम इस बार वो इसे खुद करेंगे।


जावेद के इस ट्वीट पर एक यूजर ने उनसे सवाल करते हुए पूछा था कि ‘हमारे यहां मंदिर में रोज लाउडस्पीकर पर भजन बजते हैं। इस पर आपकी क्या राय है? जावेद के इसका जवाब देते हुए कहा था कि मंदिर हो या मस्जिद कभी किसी त्योहार पर लाउडस्पीकर हो, तो चलो ठीक है। मगर रोज रोज तो न मंदिर में होना चाहिए न मस्जिद में। हजार से अधिक वर्षों के लिए अजान लाउडस्पीकर के बिना दी गई थी। अजान आपके विश्वास का अभिन्न अंग है, ये गैजेट नहीं है।

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