बॉलीवुड

पत्नी गीता बाली की मौत से टूट गए थे शम्मी कपूर, दूसरी पत्नी से शादी के पहले रख दी थी ये शर्त

शम्मी कपूर गीता बाली से बेहद प्यार करते थे लेकिन किस्मत एक दिन दोनों को यूं जुदा कर देगी किसी ने नहीं सोचा था

हिंदी सिनेमा में कपूर खानदान का हमेशा से जलवा रहा है। पृथ्वीराज कपूर से लेकर रनबीर कपूर तक आज भी बॉलीवुड में कपूर खानदान एक्टिव है। इसी खानदान के ही एक बेहतरीन कलाकार थे शम्मी कपूर जिन्होंने अपने दमदार अभिनय और अपने हैंडसम लुक से लंबे समय तक लोगों के दिलों पर राज किया। शम्मी कपूर ने अपने जीवन में जो भी काम किया उसे बड़ी ही शिद्दत और जिद के साथ काम किया। शम्मी कपूर आखिरी बार फिल्म रॉकस्टार में नजर आए थे। 14 अगस्त 2011 को उन्होंने आखिरी सांस ली थी। आज उनके पुण्यतिथि पर आपको बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।

चोरी-छिपे गीता बाली संग रचाई थी शादी

शम्मी कपूर को एक्टिंग विरासत में मिली थी, लेकिन अपना हुनर पहचानने में उन्हें थोड़ा वक्त लगा था। दरअसल शम्मी कपूर को संगीत बहुत पसंद था। बचपन से ही वो थिएटर में अपने पिता के साथ टूर पर जाया करते थे। शुरुआती दौर में शम्मी को लोग राज कपूर के भाई और गीता बाली के पति के तौर पर पहचानते थे। हालांकि शम्मी को अपनी अलग पहचान बनानी थी। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और दर्शकों की उम्मीदों पर खरे उतरें।

शम्मी की जिंदगी में गीता बाली बहुत ही मायने रखती थीं। दोनों की लव स्टोरी बेहद दिलचस्प थी। साल 1955 में रानीखेत में ‘रंगीन रातें’ फिल्म की शूटिंग चल रही थी। इस फिल्म के दौरान ही दोनों को प्यार हो गया। उसी दौरान शम्मी कपूर ने गीता को प्रोपोज किया, लेकिन गीता उन्हें मना करती रहीं। हालांकि किस्मत ने भी दोनों को एक करने का फैसला किया था। ऐसे में अचानक से एक फैसला लिया गया और दोनों तुरंत मुंबई आ गए। इसके बाद अगस्त 1955 में दोनों ने शादी कर ली।

गीता की मौत से टूट गए थे शम्मी

शम्मी और गीता ने ये शादी चोरी छिपे की थी जहां सिंदूर ना मिलने के कारण उन्होंने गीता की मांग लिपस्टिक से भरी थी। शादी के बाद शम्मी और गीता के दो बच्चे हुए, एक बेटा और बेटी। हालांकि उनके दोनों बच्चे फिल्मों से खुद को दूर रखते हैं। शम्मी गीता से बहुत प्यार करते थे और अपने जीवन में बहुत खुश थे, लेकिन भगवान को ये खुशी ज्यादा दिनों तक मंजूर नहीं हुई। शादी के 10 साल बाद ही गीता को चेचक की बीमारी हो गई और 1965 में उनका निधन हो गया। पत्नी के चले जाने से शम्मी कपूर पूरी तरह बिखर गए।

गीता के चले जाने से शम्मी गम में डूब गए और धीरे धीरे उनका वजन बढ़ने लगा। शम्मी कपूर का बहुत बड़ा झटका लगा था और इसका असर उनकी फिल्मों पर भी पड़ना शुरु हो गया। हालांकि खुद को संभालते हुए शम्मी ने गीता के निधन के चार साल बाद नीला देवी से शादी की थी। शम्मी ने नीला को खुद शादी के लिए प्रपोज किया था।

नीला के सामने रखी थी ये शर्त

हालांकि शादी से पहले शम्मी ने नीला के सामने ये शर्त रखी थी कि वो कभी मां नहीं बनेंगी और उनके बच्चों को अपने बच्चे की तरह पालेंगी। नीला इस शर्त के लिए तैयार हो गईं और शम्मी के अंतिम समय तक वो उनके साथ रहीं। शम्मी कपूर एक बेहतरीन कलाकार, एक हैंडसम स्टार और बहुत ही प्यारे इंसान थे।11 अगस्त को किडनी की बीमारी के चलते उनका निधन हो गया और कपूर परिवार के साथ साथ शम्मी फैंस को हमेशा-हमेशा के लिए छोड़कर चले गए।

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