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मां को हुआ कोरोना, बेबस बेटा रोज हॉस्पिटल की खिड़की पर चढ़ निहारता रहा, तस्वीरें रुला देंगी

मां और बेटे का रिश्ता दुनिया का सबसे मजबूत रिश्ता होता है। एक मां को अपने बेटे से जितना लगाव होता है उतना ही एक बेटा भी अपनी मां को चाहता है। जैसे जैसे मां की उम्र बढ़ती जाती है बेटे को उसे खोने का डर भी बढ़ता जाता है। मां जरा सी बीमार भी हो जाए तो बेटा तुरंत उसकी सेवा में हाजिर हो जाता है। लेकिन यह कोरोना वायरस (Corona Virus) एक ऐसी बला है जिसके चलते आपको सोशल डिस्टेन्स का ध्यान रखना पड़ता है। आप चाहकर भी अपने करीबी के पास देखभाल के लिए नहीं रुक सकते हैं। यदि उनकी हालत ज्यादा सिरियस हो जाए तो साथ में कुछ अंतिम पल बिताना भी संभव नहीं हो पाता है। जरा सोचिए मां तड़प रही है और बेटा उसे दूर से देखने के अलावा कुछ भी नहीं कर सकता है। यकीनन ये दुनिया की सबसे बुरी फीलिंग होगी।

मां को हुआ कोरोना

दुर्भाग्यवश फिलिस्तीन के Beit Awa में रहने वाले 30 वर्षीय Jihad Al-Suwaiti को भी यह सब देखना पड़ा। उनकी 73 वर्षीय मां Rasmi Suwaiti को कोरोना हो गया था। इसके साथ ही वे ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) से भी पीड़ित थी। इलाज के लिए उन्हें हेब्रन स्टेट हॉस्पिटल के आईसीयू वॉर्ड में एडमिट किया गया था। चुकी मां को कोरोना था इसलिए उनके बेटे को उनसे मिलने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में मां के दर्शन करने के लिए बेटा रोज हॉस्पिटल के कमरे की खिड़की पर चढ़ जाता था।

बेबस बेटा ऐसे देखता रहा

बेटा बेबसी से मां को टकटकी लगाएं घंटों निहारता रहता था। बीते गुरुवार उसकी मां का निधन हो गया। डॉक्टर्स उन्हें बचा नहीं सकें। बेटा 15 साल पहले अपने पिता को खो चुका है। अब मां का हाथ भी उसके सिर से चला गया। बताया जा रहा है कि सभी बच्चों में वो (Jihad) अपनी मां के सबसे करीब था। इस घटना को सोशल मीडिया पर @mhdksafa नामक एक ट्विटर यूजर ने साझा किया है। घटना की फोटो शेयर करते हुए वे कैप्शन में लिखते हैं – ‘कोरोना पॉज़िटिव एक फिलिस्तीनी महिला हॉस्पिटल में एडमिट थी। उनका बेटे उन्हें देखने के लिए रोज रात को हॉस्पिटल रूम की खिड़की पर चढ़कर बैठ जाता था। वो ऐसा तब तक करता रहा जब तक कि उसकी मां का निधन नहीं हो गया।


यह खबर अब सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रही है। जिसने भी इस घटना के बारे में सुना उसका दिल पसीज गया। बेटे जिहाद ने स्थानीय मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ‘उनके अंतिम पलों में भी मैं बस बेबस होकर आईसीयू की खिड़की के बाहर बैठा उन्हें निहारता रह गया।’

बताते चले कि इस समय पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से फ़ेल रहा है। भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों का आकड़ा 11 लाख से ऊपर जा पहुंचा है। इसलिए जितना हो सके घर में रहे और सुरक्षित रहें। घर के बड़े बुजुर्गों का ख्यास ध्यान रखें।

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