अध्यात्म

सावन में पाना है भगवान शिव की विशेष कृपा तो घर ले आएं ये सामान, चमकेगा भाग्य का सितारा

भोलेनाथ को सावन का महीना बहुत प्रिय है इस महीने में किए गए शुभ कामों का फल जल्दी मिलता है

हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत ही पवित्र और सात्विकता पूर्ण माना जाता है। सावन का महीना शिव का महीना होता है और उनकी कृपा पाना इस महीने में और भी आसान होता है। इस पवित्र महीने में व्यक्ति उर्जावान और सकारात्मक महसूस करता है। सावन के महीने में बारिश होती है और जीवन में खुशियां आती हैं। चारों तरफ भोलेनाथ का जयकारा ही सुनाई देता है। ऐसे में अगर आपको शिवजी की विशेष कृपा पाना है और किस्मत की रेखाओं को मजबूत करना है तो घर में ये सामान जरुर ले आएं।

 इसलिए नीलकंठ कहलाए शिव

श्रावण मास को लेकर शिवपुराण में ये कथा बताई गई है कि सावन के महीने मे ही समुद्र मंथन हुआ था। सावन के महीने में ही समुद्र मंथन के दौरान विष निकला था जिसे महादेव ने अपने कंठ में धारण किया था। इसके कारण भगवान शिव का गला नीला पड़ गया  था और ये ही वजह है कि भगवान शिव को नील कंठ भी बुलाया जाता है।

 ये घटना इस बात का प्रतीक है कि संसार में जब भी किसी स्थान पर बुरी शक्तियों का अत्याचार बढ़ता है तो भगवान शिव किसी ना किसी रुप में वहां आकर बुरी शक्तियों का नाश कर देते हैं। आज हम आपको बताते हैं शिवजी से जुड़े कुछ वास्तु के उपाय जिससे घर में रह रही बुरी शक्तियों का नाश होगा और आपकी किस्मत भी बुलंद हो जाएगी।

 पूर्व दिशा में जल का स्त्रोत

वास्तु के अनुसार पूर्व दिशा को बहुत खास माना जाता है क्योंकि इस दिशा में भगवान का वास होता है। ये ही कारण है कि कोई भी पूजा या शुभ कार्य पूर्व दिशा की ओर मुख करके ही किया जाता है। सावन के महीने में खुद को उर्जावान बनाने के लिए आप चाहें तो जल का कोई छोटा सा स्त्रोत बनाकर घर के बाहर रख सकते हैं।  ऐसा करने के लिए आप कृत्रिम वाटर फाउंटेन लगाकर पूर्व दिशा में रख सकते हैं।

 तुलसी की पूजा

तुलसी की पूजा हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। सावन के महीने में तुलसी की सेवा जरुर करनी चाहिए। इसके लिए उत्तर दिशा में मिट्टी के गमले मे तुलसी का पौधा लगाएं और नियमित उसकी पूजा करें। इससे आपके घर का वातावरण भी शुद्ध होगा साथ ही आपको पूर्वजों का आशीर्वाद भी मिलेगा। अगर कुंवारी कन्याएं अपने हाथ से तुलसी का पौधा लगता हैं तो उन्हें योग्य वर मिलता है।

 अर्द्धनारीश्वर को करें स्थापित

पूर्व दिशा में सभी देवताओं का वास होता है और भगवान शिव भी इसी दिशा में बसते हैं। ऐसे में पूर्व दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखें। इस दिशा में आप भगवान के अर्द्धनारीश्वर रुप की मूर्ति को स्थापित कर सकते हैं। अगर आपको भगवान के इस रुप की सफेद संगमरमर के एक पत्थर से बनी प्रतिमा मिले तो ये और भी शुभ होगा। इसे अपने घर की पूर्व दिशा में स्थापित कर दें। ऐसा करने से आपके घर में सुख शांति आएगी और वैवाहिक जीवन में भी खुशियां आएंगी।

 रुद्राक्ष है खास

रुद्राक्ष एक प्रकार का फल है जिसे शिवजी का अंश मानते हैं। शिवपुराण में बताया गया है कि रुद्राक्ष की उत्तपत्ति शिवजी के आंसुओं से हुई है। रुद्राक्ष धारण करने के लिए सावन का महीना बहुत ही शुभ होता है। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष को धारण करने से ना सिर्फ आपके ऊपर सभी प्रकार के अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम होता है बल्कि इससे आपको शांति और सुकून भी मिलता है। दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आप परिवार के लोगों में संतुलन स्थापित कर सकते हैं। वहीं अगर वैवाहिक जीवन में मिठास घोलनी हो तो गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करें।

 धतूरे का पौधा लगाए

भगवान शिव को धतूरा भी बहुत प्रिय है इसलिए शिव जी की पूजा में हमेशा धतूरे के फूल और फल का इस्तेमाल होता है। ऐसी मान्यता है कि जो भी भगवान शिव की पूजा में धतूरे का इस्तेमाल करता है वो भयमुक्त हो जाता है और उसके जीवन की सभी समस्या दूर हो जाती है। ऐसे में सावन में अपने घर के बाहर धतूरे का पौधा लगाएंगे तो जीवन में सभी कष्टों को पार कर ले जाएंगे।

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