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बड़ी खबरः एनकाउंटर में मारा गया गैंगस्टर विकास दुबे, गाड़ी पलटने के बाद की भागने की कोशिश

भागने की कोशिश में गैंगस्टर दुबे ने पुलिसकर्मियों पर की थी फायरिंग जवाबी कार्रवाई में सीने में लगी गोली

कानपुर मुठभेड़ केस का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे आज पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। अभी तक उसके मौत पर संशय बना हुआ था, लेकिन अब इस खबर की पुष्टि हो चुकी है। बता दें कि गैंगस्टर विकास दुबे को कल शाम 9 जुलाई को ही उज्जैन के महाकाल मंदिर के पास से गिरफ्तार किय़ा गया था।इसके बाद आज उसे यूपी एसटीएफ की टीम उज्जैन से ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर लेकर ले जा रही थी। वहीं शहर से 17 किमी पहले ही सुबह 6:30 बजे काफिले की एक कार पलट गई।टीम की गाड़ी जैसे ही कानपुर पहुंची विकास दुबे ने गाड़ी में बैठे सुरक्षाकर्मियों के पिस्टौल छीनकर भागने की कोशिश की। उससे हाथापाई के चलते गाड़ी का बैलेंस बिगड़ गया और गाड़ी पलट गई।

ऐसे मारा गया गैंगस्टर दुबे

गाड़ी पलटते ही विकास दुबे ने सुरक्षाकर्मियों पर फायरिंग की और भागने की कोशिश करने लगा। सुरक्षकर्मियों ने भी अपने बचाव में गोली चलाई। एक गोली उसके कमर और सीने पर लगी और गोली लगते ही विकास दुबे बुरी तरह घायल हो गया। सुरक्षाकर्मी आनन-फानन मे उसे लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि जब कानपुर में टोल प्लाजा पर जैसे ही यूपी एसटीएफ की गाड़ियों का काफिला विकास दुबे को लेकर पहुंचा था बाकी सारी दूसरी गाड़ियों के आने जाने पर रोक लगा दी गई थी।

बता दें कि विकास दुबे को गुरुवार 9 जुलाई को सुबह उज्जैन मंदिर के पास से करीब 9 बजे गिरफ्तार किया गया था। 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला हिस्ट्रीशीटर उस वक्त अपनी गिरफ्तारी के समय डरा हुआ नजर आ रहा था। विकास ने चिल्लाकर कहा, मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला। इसके बाद पुलिस उसे महाकाल थाना, पुलिस कंट्रोल रुम, नरवर थाना और फिर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर लेकर गई। यहां विकास दुबे से 2 घंटे तक पूछताछ की गई थी।दूसरी तरफ ये खबर भी सामने आ रही है कि विकास दुबे की पत्नी ऋचा, बेटे और नौकर को भी हिरासत में ले लिया गया है।

अब तक विकास के 5 साथी हो चुके हैं ढेर

गौरतलब है कि बुधवार की देर रात को विकास दुबे का करीबी माने जाने वाले प्रभात मिश्रा भी एनकाउंटर में ही मारा गया था। प्रभात को पुलिस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले जा रही थी। पुलिस की गिरफ्त से भागने के लिए उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में प्रभात मारा गया।

इतना ही नहीं बुधवार को विकास के एक और करीबी रहे अमर दुबे का भी एनकाउंटर कर दिया गया था। अमर हमीरपुर में छिपा था। अभी तक विकास के गैंग के 5 लोग एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।

बता दें कि 2 जुलाई को हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए 3 थानों की पुलिस ने बिकरु गांव में दबिश दी थी। विकास को पहले से ही पता चल गया था कि पुलिस उसे पकड़ने आ रही है ऐसे में उसकी गैंग ने धोखे से उनपर हमला कर दिया और 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इसके बाद विकास और उसकी गैंग फरार हो गई थी।

कई लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

पुलिस ने 3 जुलाई की सुबह 7 बजे विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का भी एनकाउंटर कर दिया। साथ ही 20-22 नामजद समेत 60 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। इसके बाद 5 जुलाई को पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी रहे दयाशंकर कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया था और गोली लगने से कल्लू जख्मी हो गया था।। उसने ही खुलासा किया कि विकास ने प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था।

6 जुलाई को पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे और दयाशंकर की पत्नी रेखा समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने शूटआउट के वक्त बदमाशों से बचने के लिए क्षमा दुबे का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन क्षमा ने मदद के बजाय पुलिस को बदमाशों को पुलिस की लोकेशन बता दी थी। इसके बाद 9 जुलाई को प्रभात मिश्रा के साथ-साथ बऊआ दुबे भी एनकाउंटर में मारे गए और विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया था। अब पुलिस एनकाउंटर में विकास दुबे भी ढेर हो गया।

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