अध्यात्म

गुरुवार के दिन कर दें ये सरल टोटके, खुल जाएगा भाग्य, मिल जाएगी मनोवांछित चीज

गुरुवार का दिन बृहस्पति देव को समर्पित होता है और इस दिन इनकी पूजा की जाती है। बृहस्पति देव को प्रसन्न करने से जीवन की हर समस्या को खत्म किया जाता है। जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा है, उन लोगों को इस दिन बृहस्पति देव की पूजा जरूर करनी चाहिए। इसके अलावा धन, विद्या, पुत्र और कोई भी मनोवांछित फल पाने के लिए बृहस्पति देव का पूजन और गुरुवार के टोटके करें।

गुरुवार के दिन जरुर करें ये टोटके-

जल्द हो जाएगा विवाह

जिन लोगों का विवाह होने में बाधा आ रही है। वो लोग गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करें। दरअसल केले के पड़े पर बृहस्पति देव का वास माना जाता है। इसलिए इस दिन केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। पेड़ की पूजा करते समय पेड़ पर जल, चने की दाल और हल्दी अर्पित करें। उसके बाद एक दीपक जला दें। लगातार 11 गुरुवार ये उपाय करने से विवाह जल्द हो जाता है।

संतान सुख के लिए

जिन लोगों को संतान नहीं हो रही है वो लोग भी केले के पेड़ की पूजा करें। पूजा करते समय बृहस्पति देव की कथा जरूर पढ़ें। कथा पूरी होने के बाद खड़े होकर बृहस्पति देव की आरती करें। ये उपाय करने से संतान का सुख प्राप्त हो जाएगा।

अर्पित करें ये चीजें

गुरुवार के दिन मंदिर जाकर चने की दाल तथा केसर चढ़ाएं। इसके बाद केसर का तिलक मस्तक पर लगा लें। ये टोटका करने से हर कामना पूरी हो जाएगी।

केले का दान करें

जिन लोगों की कुंडली में गुरु ग्रह भारी है वो लोग केले का दान करें। केले का दान करने से गुरु दोष खत्म हो जाता है। गुरु दोष से मुक्ति पाने के लिए इस दिन सूर्य देव को हल्दी वाले पानी से अर्घ्य भी जरूर दें।

करें हल्दी के पानी से स्नान

विवाह हेतु या रोगों को खत्म करने के लिए ये उपाय करें। इसके तहत गुरुवार के दिन नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर उससे स्नान करें। इसके बाद “ऊं नमो भगवते वासुदेवाय” का जप करें और माथे पर केसर का तिलक लगाए। इस दिन केले के वृक्ष पर जल भी अर्पित करें।

करें पीले रंग की चीजों का दान

पीला रंग गुरु ग्रह से जुड़ा होता है। इसलिए इस दिन पीले रंग के कपड़े पहने और पीले रंग की चीजों का दान करें। इसके अलावा इस दिन केवल पीले रंग की चीजों का ही सेवन करें।

ना करें ये काम

गुरुवार के दिन नीचे बताए गए कामों को ना करें। इन कामों को करने से जीवन में पेशानियां आना शुरू हो जाती हैं।

  • बृहस्पतिवार के द‌िन शरीर पर साबुन ना लगाएं और ना ही बालों को धोएं। ज्योत‌िष के अनुसार इस दिन साबुन लगाने से आर्थिक हानि और संतान कष्ट होता हैं।
  • याद रहे कि इस दिन नमक खाना वर्जित होता है। इसलिए केवल मीठी चीजें ही खाएं।
  • गुरुवार को केला खाने से बचें। दरअसल इस दिन केला खाने से गुरु ग्रह और भारी हो जाता है।

श्री बृहस्पति देव की आरती

जय वृहस्पति देवा, ऊँ जय वृहस्पति देवा।
छिन छिन भोग लगा‌ऊँ, कदली फल मेवा॥
॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा…॥

तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी।
जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी॥
॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा…॥

चरणामृत निज निर्मल, सब पातक हर्ता।
सकल मनोरथ दायक, कृपा करो भर्ता॥
॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा…॥

तन, मन, धन अर्पण कर, जो जन शरण पड़े।
प्रभु प्रकट तब होकर, आकर द्घार खड़े॥
॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा…॥

दीनदयाल दयानिधि, भक्तन हितकारी।
पाप दोष सब हर्ता, भव बंधन हारी॥
॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा…॥

सकल मनोरथ दायक, सब संशय हारो।
विषय विकार मिटा‌ओ, संतन सुखकारी॥
॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा…॥

जो को‌ई आरती तेरी, प्रेम सहित गावे।
जेठानन्द आनन्दकर, सो निश्चय पावे॥
॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा…॥

सब बोलो विष्णु भगवान की जय।
बोलो वृहस्पतिदेव भगवान की जय॥

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