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US इंटेलिजेंस का दावा, घात लगाकर भारतीय सेना पर हुआ था हमला, चीनी जनरल ने की थी पूरी प्लानिंग

भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर अमेरिका की इंटेलिजेंस ने एक बड़ा खुलासा किया है। अमेरिका की इंटेलिजेंस के अनुसार ये हिंसक झड़प चीन की साजिश थी। यूएस इंटेलिजेंस की रिपोर्ट का दावा है कि चीन ने भारत के जवानों पर हमला पहले से ही प्लान किया था। ये हमला चीनी आर्मी के जनरल रैंक के एक अफसर के इशारे पर किया गया था। जिसके कारण ये खूनी झड़प हुई है।

अमेरिकी इंटेलिजेंस के अनुसार, चीनी आर्मी के वेस्ट थियेटर कमांड के प्रमुख जनरल झाओ झोंग्की ने सैनिकों को भारतीय बॉर्डर पर ये एक्शन लेना का आदेश दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक झाओ ने ऐसा इसलिए किया ताकि अमेरिका और उसके मित्र देशों के सामने चीन कमजोर ना दिखे। जनरल झाओ झोंग्की इससे पहले वियतनाम की लड़ाई और फिर साल 2017 में हुए डोकलाम विवाद में अहम भूमिका निभा चुके हैं।

भारत ने दिया मुंहतोड़ जवान

अमेरिकी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने जो सोचा था, वैसा बिल्कुल नहीं हुआ। ये हमला उसके सैनिकों पर ही भारी पड़ गया और इस हमले में चीन को काफी नुकसान हुआ है। अमेरिकी इंटेलिजेंस ने रिपोर्ट में लिखा है कि चीन की ओर से पहले से ही ये झड़प प्लान की गई थी। जिसमें उसके करीब 35 जवान मारे गए हैं। चीन ने भारतीय सैनिकों के साथ ये हिंसक झड़प इसलिए की ताकि भारत उसके आसपास के देशों के साथ ही उलझकर रह जाए और अमेरिका से दूरी बनी रहे।

जमा किए हैं काफी हथियार

रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि चीन ने गलवान घाटी के पास काफी हथियार जमा किए हैं और चीन यहां पर अपना एक इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार कर रहा है।

15 जून को घात लगाकर बैठा था चीन

15 जून की घटना को लेकर अमेरिकी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के कुछ अफसर और जवान चीन से बात करने पहुंचे थे। उस सयम चीनी सैनिक पहले से ही हथियारों के साथ घात लगाकर बैठे हुए थे। जिसके बाद उन्होंने हमला कर दिया और बचाव में भारतीय सैनिकों ने भी हमला किया और दोनों सेनाओं में खूनी झड़प हुई। लेकिन बाद में चीन ने इस घटना के लिए भारत को ही जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया और अपने सैनिकों के मारे जाने की खबर को दबा दिया।

सेंसर कर दी खबर

इस घटना को लेकर चीनी सोशल मीडिया में जो लिखा गया उसे चीन ने सेंसर कर दिया और चीन सरकार द्वारा अधिकृत मीडिया ने इस बारे में ज्यादा खबर नहीं छापी। इसके अलावा चीनी सेना ने अपने मारे गए सैनिकों के लिए एक मेमोरियल सर्विस भी रखी थी। लेकिन इसकी खबर किसी को नहीं होने दी।

अमेरिका ने दिया भारत का साथ

चीन और भारत के बीच हुई इस हिंसक झड़प को लेकर अमेरिका की और से कई सारे बयान आए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों में समझौता कराने की बात कही है। जबकि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इस घटना के लिए पूरी तरह से चीन को ज़िम्मेदार ठहराया है।

गौरतलब है कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं चीन ने अपने शहीद हुए जवानों की संख्या को छुपाने की कोशिश की है। हालांकि अब अमेरिकी इंटेलिजेंस का दावा है कि इस हिंसक झड़प में चीन के 35 सैनिक मारे गए हैं और चीन को काफी नुकसान हुआ है।

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