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4 साल के बेटे ने दी शहीद पिता को मुखाग्नि, लोगों ने लगाए ‘कर्नल संतोष बाबू अमर रहें’ के नारे

तेलंगाना के कर्नल संतोष बाबू का आज पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है। कर्नल संतोष बाबू लद्दाख में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हो गए थे। बुधवार को दिल्ली से विशेष विमान में कर्नल संतोष बाबू का पार्थिव शरीर हैदराबाद भेजा गया था। जिसके बाद आज इनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। कर्नल संतोष बाबू के पार्थिव शरीर को उनके चार साल के बेटे अनिरुद्ध ने मुखाग्नि दी और नम आंखों से अपने पिता को विदा किया।

तेलंगाना के कर्नल संतोष बाबू की अंतिम विदाई के दौरान हजारों लोग इकट्ठा हुए थे और सब लोगों ने नम आंखों से देश के इस वीर जवान को विदाई दी। तिरंगे में लिपटे कर्नल के पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा के दौरान लोगों ने उनपर फूल भी बरसाए और ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘संतोष बाबू अमर रहें’ के नारे भी लगाए।

कर्नल संतोष बाबू के सम्मान में इनके यहां के लोगों ने अपनी दुकानों को भी बंद रखा और इनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। वहीं कर्नल संतोष बाबू के चार साल के बेटा अनिरुद्ध ने अपने पिता को सलामी दी। अनिरुद्ध की मां ने अपनी गोदी में अपने बेटे को लेकर पार्थिव शरीर की परिक्रमा उससे करवाई और इसके बाद कर्नल संतोष बाबू को मुखाग्नि दी।


दिल्ली से हकीमपेट वायु सेना अड्डे पर देर रात कर्नल संतोष बाबू का शव लाया गया था। इस दौरान तेलंगाना के गवर्नर डॉ. तमिलिसाई सौंदरराजन, राज्य के मंत्री के.टी. रामाराव, मल्ल रेड्डी, जगदीश रेड्डी, साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनर, हैदराबाद सिटी पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमारंद वायु सेना अड्डे पर मौजूद थे और इन्होंने यहां पर ही संतोष बाबू को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद इनके शव को इनके घर ले जाया गया है।

गौरतलब है कि लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। जबकि चीनी सेना के 40 से ज्यादा सैनिक भी इस हिंसक झड़प में मारे गए हैं। 15 जून की शाम को भारत और चीन की सेना के बीच ये झड़प हुई थी और इड़प के दौरान लाठी और डंडों का इस्तेमाल किया गया था।

भारत के ये जवान हुए हैं शहीद

इस हिंसक झड़प में जो भारतीय जवान शहीद हुए हैं उनके नाम इस प्रकार से हैं।

1 कर्नल संतोष बाबू, हैदराबाद
2 सब. नुदूराम सोरेन, मयूरभंज
3 सब. मंदीप सिंह, पटियाला
4 सब. सतनाम सिंह, गुरदासपुर
5  हवलदार के. पलानी, मदुरै
6 हवलदार सुनील कुमार, पटना
7 हवलदार बिपुल रॉय, मेरठ
8 दीपक कुमार, रीवा
9 सिपाही राजेश ओरंग, बीरभूम
10 सिपाही कुंदन कुमार, साहिबगंज
11 सिपाही गणेश राम, कांकेर
12 सिपाही चंद्रकांत प्रधान, कंधामल
13 सिपाही अंकुश, हमीरपुर
14 सिपाही गुरबिंदर, संगरूर
15 सिपाही गुरतेज सिंह, मनसा
16 सिपाही चंदन कुमार, भोजपुर
17 सिपाही कुंदन कुमार, सहरसा
18 सिपाही अमन कुमार, समस्तीपुर
19 सिपाही जयकिशोर सिंह, वैशाली
20  सिपाही गणेश हंसदा, ईस्ट सिंघभूमि

वहीं चीन के साथ हुई इस हिंसक झड़प में कई सारे भारतीय सैनिक घायल भी हुए हैं। जिनका इलाज लद्दाख के सेना अस्पलात में चल रहा है।

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