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शहीद कर्नल संतोष बाबू की 9 साल की बेटी ने ऐसे दी श्रद्धाजंलि, मां ने कहा- ‘गर्व है मुझे’

चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिक संघर्ष में हमारे 20 जवान शहीद हो गए। शहीद हुए जवान में कर्नल संतोष बाबू भी हैं। बता दें कि संतोष बाबू की मां को अपने बेटे के शहादत पर दुख नहीं बल्कि गर्व है। संतोष बाबू तेलंगाना राज्य के नालगोंडा जिले के सूर्यपेट शहर से आते हैं, संतोष की शहादत की खबर मिलते ही उनके घर समेत पूरे शहर में शोक का माहौल हो गया।

मुझे अपने बेटे के शहीद होने पर गर्व – संतोष बाबू की मां

शहीद कर्नल संतोष की मां मंजुला कहती हैं कि ‘मुझे अपने बेटे के शहीद होने पर गर्व है, क्योंकि उसने अपने देश अपनी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है।’ वे आगे कहती हैं कि ‘एक मां के रूप में मैं आज काफी दुखी हूं, क्योंकि एक मां के लिए अपने बेटे को खो देने से ज्यादा दुख दूसरा कुछ नहीं हो सकता है।’ इसके आगे उन्होंने कहा, ‘संतोष मेरा इकलौता बेटा था इसलिए मैं काफी दुखी हूँ। संतोष की शहादत की खबर मुझे दोपहर को दी गई, जबकि मेरी बहु (संतोष की पत्नी) को सुबह ही इसकी खबर मिल चुकी थी।’ बता दें कि संतोष की पत्नी को जब से इसकी खबर मिली है, तब से वो बेसुध पड़ी हैं।

गौरतलब हो कि गालवन घाटी (पूर्वी लद्दाख) में चीनी सैनिकों के साथ हुए जबरदस्त हिंसक झड़प में कर्नल संतोष शहीद हो गए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संतोष बाबू 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे। और पिछले 1.5 साल से सीमा पर तैनात थे। संतोष मातृभूमि की सुरक्षा के लिए, तो खुद न्यौछावर हो गए, मगर अपने पीछे अपनी पत्नी संतोषी, एक 9 साल की बेटी और एक 4 साल के बेटे को छोड़ गए।


शहीद कर्नल संतोष बाबू को श्रद्धाजंलि अर्पित करती हुई, उनकी बेटी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।  बता दें कि इस तस्वीर को देखकर लोग कमांडिंग ऑफिसर संतोष को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। फोटो में 9 साल की बेटी अपने पिता के फोटो के सामने दीप जलाकर उन्हें प्रणाम करती हुई दिख रही है। इसे देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं।

चीन ने किया विश्वासघात

वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारतीय सैनिकों के शहीद होने की खबर जैसी ही सामने आई, वैसे ही पूरे देश में मातम छा गया और इस खबर ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के बीच विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि 6 जून 2020 को को सीनियर कंमाडर्स ने एक बैठक की थी और मामला सुलझाने की कोशिश की गई थी। इस बैठक के बाद ग्राउंड कमांडरों द्वारा मामला सुलझाने के लिए कई बैठकों का दौर चला। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि ये विवाद सुलझ जाएगा, मगर चीन ने ऐसा नहीं किया।

विदेश मंत्रालय ने ये भी स्पष्ट किया है कि 15 जून की देर शाम और रात को चीनी सैनिकों द्वारा यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया गया, इसके बाद भारतीय सैनिकों द्वारा इसका कड़ा प्रतिरोध किया गया। इसी के फलस्वरूप हिंसक झड़प हुई। सूत्रों के मुताबिक, इस झड़प में दोनों पक्षों की हानि हुई है। वास्तविक नियंत्रण रेखा की स्थिति के बारे में केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीएम मोदी के साथ मुलाकात कर उन्हें जानकारी दी है। खबरों की मानें, तो इस बैठक में सेना प्रमुख और डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत भी मौजूद थे।

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