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पटना में अकेले रहते हैं सुशांत सिंह राजपूत के पिता, बेटे से आखरी बार हुई थी ये बात

सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) आज हमारे बीच नही है, लेकिन उनके चाहने वालों ने सुशांत को अपनी यादों में संजो के रखा है. सुशांत बिहार के पटना शहर के राजीव नगर के रहने वाले थे. उनका पूरा बचपन वहीं बिता था. उन्हें क्रिकेट खेलने का शोक था. वे अक्सर दोस्तों संग सड़क पर क्रिकेट खेलते थे. उन्होंने अपनी शुरुआत पढ़ाई पटना के सेंट कैरेंस हाईस्कूल स्कूल से की थी. इसके बाद वे मैकेनिल इंजीनियरिंग करने दिल्ली के ‘डेल्ही कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग’ चले गए थे. वे चार बहनों में एक अकेले भाई थे. उनकी बहने उन्हें ‘गुलशन’ कहकर पुकारती थी.

पटना वाले घर में अकेले रहते हैं पिता

सुशांत के पिता का नाम कृष्ण कुमार सिंह है. वे पटना वाले घर में अकेले ही रहते हैं. हालाँकि उनकी देखरेख के लिए एक केयरटेकर लक्ष्मी रखी हुई है. सुशांत लक्ष्मी को ‘दीदी’ कहकर बुलाते थे. वहीं लक्ष्मी सुशांत को ‘बाबू’ कहती है. वे बताती है कि बाबू रोजाना अपने पिता से फोन पर बात किया करते थे. अभी दो दिन पहले ही उन्होंने मुझ से कहा था कि ‘दीदी! कोरोना से बचकर रहिएगा.’

सुशांत की घर पर आखिरी बात

लक्ष्मी बताती है कि – “सुशांत ने कुछ दिन पहले बोला था कि अब वे पटना आएँगे तो पिता जी को ले जाएंगे. फिर हम दोनों किसी पहाड़ी पर घुमने जाएंगे. लेकिन बाबू नहीं आया, बल्कि ये मनहूस खबर आ गई.”

पिता से कहा था ये

शनिवार शाम सुशांत ने पिता को कॉल किया था. उन्होंने फोन पर बोला था – “पापा मैं ठीक हूँ. आप मेरा टेंशन मत लेना. कोरोना लॉकडाउन में आप भी अच्छे से घर पर रहिए. कोशिश करूँगा कि जितना जल्दी हो सके मिलने आ जाऊं. बस आप अपना ख्याल रखना और आराम से रहना.” ये सुशांत की अपने पिता के. के. सिंह से अंतिम बातचीत थी. इसके बाद अगले दिन रविवाह सुबह उन्हें बेटे के मरने की मनहूस खबर मिली.

बेटे की मौत की खबर सुन गिर पड़े थे पिता

14 जून सुबह 11 बजे के. के. सिंह रोज की तरह डाइनिंग टेबल पर बैठे थे. उन्होंने नाश्ता करना शुरू किया ही था कि उनकी बेटी रूबी का कॉल आ गया. फोन पर बातचीत के बीच में ही वे चिल्लाकर फर्श पर गिर पड़े थे. केयरटेकर लक्ष्मी को ये देख कुछ समझ नहीं आया. उसने मदद के लिए पड़ोसियों को बुला लिया. बाद में के. के. सिंह ने रोते हुए अपने बेटे की मौत की मनहूस खबर सभी को बताई. इस दौरान वे कई बार बेहोश भी हुए.

स्टार होने के बावजूद नहीं था घमंड

सुशांत के पटना स्थित घर के आस पड़ोस में रहने वाले लोग बताते हैं कि उन्हें कभी सुशांत से कोई शिकायत नहीं थी. करीब एक साल पहले वे यहां आए भी थे. तब उन्हें देख कहीं ये नहीं लगा कि उनमे कोई अहंकार है. उन्हें अपने स्टार बन जाने पर कोई घमंड नहीं था.

गौरतलब है कि सुशांत ने 14 जून रविवार को सुबह फंदे पर लटकर आत्महत्या कर ली थी. उनकी मौत की खबर से पूरा बॉलीवुड हैरान है. हर कोई उनके जाने से बेहद दुखी है.

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