स्वास्थ्य

कोरोना लक्षण नजर आने के इतने दिन के बाद ही करवाना चाहिए टेस्ट, तुरंत जांच करवाने से गलत आते हैं नतीजे

कोविड-19 यानी कोरोना वायरस से जुड़े कई सारे सवाल लोगों के मन में हैं और आज हम आपको इन्हीं सवालों का जवाब देने जा रहे हैं। भारत में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है और रोज 10 हजार के करीब कोरोना वायरस के केस आ रहे हैं। ऐसे में ये बेहद ही जरूरी है कि आप अपना खासा ध्यान रखें और कोरोना वायरस से अपनी और अपने परिवार वालों की रक्षा करें।

इस तरह से करें रक्षा

कोरोना वायरस एक संक्रमण है जो कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल जाता है। इसलिए आप हर किसी से दूरी बनाए रखें। अगर बाहर जाते हैं, तो अपने हाथों को समय-समय पर साफ करें और हाथों को मुंह, आंखे और नाक पर लगाने से बचें। क्योंकि मुंह, आंखों और नाक के जरिए कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश कर लेता है। वहीं घर आकर अपने कपड़े जरूर बदलें और हाथों को अच्छे से साफ करें।  समय-समय पर हाथों को साफ करने से और मास्क लगाने से कोरोना वायरस से रक्षा होती है।

कोरोना वायरस के लक्षण और कब करवाएं इसकी जांच

कोरोना वायरस होने पर खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होती है। ये लक्षण नजर आने पर अपनी जांच जरूर करें। वहीं ये लक्षण नजर आने के तुरंत बाद  जांच ना करवाएं। शोधकर्ताओं के अनुसार कोरोना वायरस के लक्षण नजर आने के 3 दिन बाद जांच करवानी चाहिए।

अगर तुरंत इसकी जांच करवाई जाए तो रिपोर्ट में कोरोना वायरस नहीं आता है। एक अध्ययन में ये दावा किया गया है कि कोरोना की जांच लक्षण दिखाई देने के तीन दिन बाद करना बेहतर होता है। ये अध्ययन पत्रिका ‘एनल्ज ऑफ इंटरनल मेडिसिन’ में प्रकाशित हुआ है।

1,330 नमूनों पर किया अध्ययन

अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 1,330 कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों पर ये अध्ययन किया है।  अध्ययन की सह लेखक लॉरेन कुसिर्का के अनुसार, ‘चाहे किसी व्यक्ति में लक्षण हों या न हों, लेकिन वो संक्रमित नहीं पाया जाता है तो ये इस बात की गारंटी नहीं है कि वो विषाणु से संक्रमित नहीं है। संक्रमित न पाए जाने पर हम मानते हैं कि ये जांच सही है और ऐसा करने से दूसरे लोगों की जान जोखिम में पड़ जाती है।

वैज्ञानिकों के अनुसार, जिन मरीजों के कोरोना वायरस की चपेट में आने की अधिक आशंका होती है उनको संक्रमित मानकर चलना चाहिए और उनका इलाज किया जाना चाहिए। शोधकर्ताओं ने अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कराने का सबसे सही समय संक्रमण के आठ दिन बाद है, जो कि लक्षण दिखने के औसतन तीन दिन हो सकते हैं। इसलिए आप भी कोरोना वायरस की जांच इसी समय पर करवाएं। ताकि रिपोर्ट सही आ सके।

गौरतलब है कि ऐसे कई सारे केस देखे गए हैं। जहां पर कोरोना संक्रमित लोगों की रिपोर्ट में उन्हें कोरोना नहीं होता है। लेकिन कुछ दिन बाद फिर से टेस्ट करवाने पर वो कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाते हैं। इसलिए आप ये गलती ना करें और तुरंत कोरोना वायरस की जांच ना करवाएं। कोरोना वायरस के लक्षण नजर आने के तीन दिन बाद ही अपना टेस्ट करवाएं और इस दौरान अपने आपको आइसोलेट जरूर रखें। ताकि आप से किसी और को कोरोना ना लग सके।

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